शुक्रवार, अगस्त 19, 2011

जाने क्यूँ नफरत करते है राष्ट्रवादी, अग्निवेश से और क्यों प्रेम करते है अग्निवेश मुस्लिमों, माओवादियों और ईसाइयों से

आइये जाने क्यूँ नफरत करते हैराष्ट्रवादी, अग्निवेश से और
क्यों प्रेम करते है अग्निवेशमुस्लिमों, माओवादियों और ईसाइयों से
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* जिस किसी भाई को लगता है की यह ढोंगी विवेकानंद जी का अवतार है तो यह बात मन से पूर्ण तय निकाल देंवे क्योंकि इसकी मानसिकता और आर्य समाज की मानसिकता में आकाश पाताळ का अंतर है सच तो यह है की यह आर्य समाजी नहीं है
* इसने स्वयं ही एक संस्था बनाई है "World council of Arya Samaj" शायद उद्देश्य मुल्लो और ईसाई मिशनरियों की मदद करने के लिए, क्योंकि यह विवेकानंद जी के जैसे भगवे वस्त्र पहन कर के लोगो को गुमराह कर रहा है आप स्वयं आर्य समाज की वेबसाइट में देख सकते है की यह अध्यक्ष नहीं है ....
* इसने अतीत में हरियाणा के शिक्षा मंत्री का पद ग्रहण किया हुआ है तो इसके सन्यासी होने का प्रश्न ही पैदा नहीं होता है
* वहाँ शिक्षा प्रणाली और किताबों में इतिहास में फेर फार करने के कारण इसकी डाल हरियाणा में अधिक गल नहीं पाई फिर इसने माओवादियों का साथ देना शुरू किया और दलाल का काम पकड़ा हर वार्ता में यह बीच में टपक पडता है..
* अरुंधती रॉय, गिलानी, शबीर अहमद, उमर अब्दुल्लाह, यासीन मालिक , विनायक सेन, जावेद अख्तर, शबाना आजमी, तीस्ता शेतलवाद, मदनी etc इसके परम मित्र है जो हर दिशा से इसके उद्देश्य को दिशा देते है
* शबाना आजमी जैसे सेकुलर महाराष्ट्र से मदनी दक्षिण से, गिलानी जैसे आतंकवादी कश्मीर से, आजाद जैसे माओवादी हेदराबाद, आंध्र से, राजस्थान गुजरात में इसकी डाल नहीं गल पा रही है वो इसे अच्छी तरह पता है...बंगाल में विनायक सेन और अरुंधती रॉय....
* ये वो ही लोग है जो तिरंगे से नहीं लाल झंडे को सलाम करते है चीन को आंच भी आयें तो इनके पेट में दर्द होने लगता है...इनका एक ही धर्म है देश द्रोह.. संस्कृति, सीमाएं, भाषा, देश प्रेम से इन्हें कुछ मतलब नहीं .....
* भारत स्वाभिमान में इसे किसीने नहीं आमंत्रित किया ये स्वयं ही उसमे घुसा हुआ है और लोकपाल बिल का सिर्फ इसलिए समर्थन कर रहा है क्योंकि इसके भी स्वार्थ छिपे हुए है वहाँ .....नहीं तो ऐसे मक्कार लोकपाल बिल का समर्थन क्यूँ कर रहा है
* एक बार केदारनाथ मंदिर को गैर हिन्दुओ के लिए खोलने के लिए हड़ताल पर बैठा था और सरकार पर दबाव बनाने के लिए अच्छे खासे नाटक किये इसने ..... पहले जो नास्तिक हिंदू है उन्हें केदारनाथ भेज रे अग्निवेश फिर गैर मुस्लिमों को भेजना ...
* इसने कश्मीर मे आतंकी गिलानी से भेंट करने के बाद अमरनाथ यात्रा को पाखंड बताया ....



जन हित में यह लेख सभी भाइयो तक पहुचाएं....

वन्दे-मातरम्...
जय हिंद...जय भारत....
Ajay Soni

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