शनिवार, जुलाई 27, 2019

स्त्रियाँ, कुछ भी बर्बाद नही होने देतीं।

स्त्रियाँ, कुछ भी बर्बाद
नही होने देतीं।
वो सहेजती हैं।
संभालती हैं।
ढकती हैं।
बाँधती हैं।
उम्मीद के आख़िरी छोर तक।
कभी तुरपाई कर के।
कभी टाँका लगा के।
कभी धूप दिखा के।
कभी हवा झला के।
कभी छाँटकर।
कभी बीनकर।
कभी तोड़कर।
कभी जोड़कर।
देखा होगा ना ?
अपने ही घर में उन्हें
खाली डब्बे जोड़ते हुए।
बची थैलियाँ मोड़ते हुए।
बची रोटी शाम को खाते हुए।
दोपहर की थोड़ी सी सब्जी में तड़का लगाते हुए।
दीवारों की सीलन तस्वीरों से छुपाते हुए।
बचे हुए खाने से अपनी थाली सजाते हुए।
फ़टे हुए कपड़े हों।
टूटा हुआ बटन हो।
पुराना अचार हो।
सीलन लगे बिस्किट,
चाहे पापड़ हों।
डिब्बे मे पुरानी दाल हो।
गला हुआ फल हो।
मुरझाई हुई सब्जी हो।
या फिर
तकलीफ़ देता " रिश्ता "
वो सहेजती हैं।
संभालती हैं।
ढकती हैं।
बाँधती हैं।
उम्मीद के आख़िरी छोर तक...
इसलिए ,
आप अहमियत रखिये!
वो जिस दिन मुँह मोड़ेंगी
तुम ढूंढ नहीं पाओगे...।
" मकान" को "घर" बनाने वाली रिक्तता उनसे पूछो जिन घर मे नारी नहीं वो घर नहीं मकान कहे जाते हैं
इसलिए #नारी का #सम्मान करो

शनिवार, जुलाई 06, 2019

डॉ वफ़ा सुल्तान की आत्मकथात्मक पुस्तक A GOD WHO HATES

डॉ वफ़ा सुल्तान की आत्मकथात्मक पुस्तक A GOD WHO HATES बड़े काम की है। इस किताब को पढ़ने-गुनने के बाद आपको मुसलमानों पर सिर्फ दया आएगी क्योंकि वे इस्लाम नामक घातक बीमारी के शिकार हैं और उन्हें इस बीमारी से मुक्त कराना हम सबका वैश्विक कर्तव्य है।
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चीन में मुस्लिम बच्चों को उनके माँ-बाप से अलग किया जा रहा है ताकि इस्लाम की शिक्षा उन्हें न मिले और वे जिहादी होने से बच जाएँ। मानवाधिकार को सुनिश्चित करने के लिए इससे बड़ा कोई काम नहीं हो सकता। इसके लिए चीन की सरकार बधाई की पात्र है।
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ऐसा इसलिए कि मजहब की शक़्ल में इस्लाम एक मानव-घाती कब्ज़ावादी राजनीतिक विचारधारा है जिसे माननेवाला चुप्पा या सक्रिय जिहादी होता है। इस लिहाज से इस्लाम के सबसे बड़े शिकार ख़ुद मुसलमान हैं और वे पूरी दुनिया को अपना शिकार बना रहे हैं। चीन ने इस बात को न सिर्फ समझा है बल्कि उससे बचाव का कारगर तरीका भी अपनाया है जिसे देर-सबेर सभी देशों को स्वीकारना पड़ेगा।
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चीन के क़दम का महत्त्व सीरियाई मनोचिकित्सक डॉ वफ़ा सुल्तान के शोध-निष्कर्ष से समझा जा सकता है जिसमें वे कहती हैं कि क़ुरान पढ़ने के बाद भी मुसलमान बना रहनेवाला मनोरोगी होता है। दूसरी तरफ़ INFIDEL की लेखिका अयान हिरसी अली इसी बात से बहुत ख़ुश हैं कि दुनिया के अधिकतर मुसलमान वह सब नहीं करते जो ख़ुद हुज़ूर ने किया भले वे उसे सही कहते-मानते हों। अगर ऐसा नहीं होता तो दुनिया अबतक नरक हो गई होती।
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इस कठिन समय में चीन के जिनपिंग और सऊदी राजकुमार बिन सलमान दुनिया की आशा के केंद्र हैं। वे यह साबित करते हैं कि दुनिया कभी विकल्पहीन नहीं होती। जिन्हें इन बातों के महत्त्व पर भरोसा न हो उन्हें क़ुरआन जरूर पढ़ना चाहिए, मोहम्मद की जीवनी भी क्योंकि यह पढ़ना आपके और पूरी दुनिया के अस्तित्व से जुड़ा है।
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अंग्रेजी पढ़नेवालों के लिए डॉ वफ़ा सुल्तान की आत्मकथात्मक पुस्तक A GOD WHO HATES बड़े काम की है। इस किताब को पढ़ने-गुनने के बाद आपको मुसलमानों पर सिर्फ दया आएगी क्योंकि वे इस्लाम नामक बीमारी के शिकार हैं और उन्हें इस बीमारी से मुक्त कराना हम सबका वैश्विक कर्तव्य है। इस पोस्ट के साथ इस्लाम और मुसलमानों पर लिखी कुछ बहुचर्चित पुस्तकों का फ्रंट-कवर स्क्रीनशॉट संलग्न है।
©चन्द्रकान्त प्रसाद सिंह

इस बार फिर से भाजपा ,अचानक ऐसा लग रहा है जैसे हिन्दू विरोधी अपराधों की एक आंधी सी आ रही है

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इस बार फिर से भाजपा सरकार बनते ही
अचानक ऐसा लग रहा है जैसे हिन्दू विरोधी अपराधों की
एक आंधी सी आ रही है... लगातार जगह जगह छोटी छोटी
बच्चियों से बलात्कार, पिछले 10 दिनों में ही 6 जगह हिन्दुओं के
मुहल्लों में 500-600 लोगों की भीड़ घुसकर पथराव, तोड़फोड़ कर रही है, हिन्दू मंदिरों पर पथराव किया जा रहा है, वहां भी तोड़फोड़ की जा रही है. यहां कुछ चीजें ध्यान देने योग्य हैं...
1. विपक्ष को इस बार बिल्कुल भी यह आशा नहीं थी कि इस बार भी भाजपा की सरकार बन जायेगी. वो लोग बौखलाये हुये हैं. और इसी बौखलाहट में उनके समर्थक किसी भी कीमत पर देश भर में जगह जगह छोटे छोटे दंगे करवाना चाहते हैं जिससे मोदी सरकार को बदनाम किया जा सके, जिससे विकास की राजनीति की जगह आपसी लड़ाई झगड़े और दंगों की बातें देश और दुनिया में फैलें, और अन्ततः मोदी का प्रशंसक वर्ग उससे नाराज होकर अगली बार भाजपा को वोट न दे...
2. सभी जगहों पर एक प्लानिंग के तहत इकठ्ठा होकर और बहुत छोटी सी बात को जबरन तूल देते हुए असावधान हिन्दुओं पर अचानक हमला किया जा रहा है जिसका कोई प्रतिरोध हिन्दू कर ही नहीं सके. हिन्दुओं के मंदिरों का अपमान और हिन्दू बच्चियों का बलात्कार हिन्दुओं का मनोबल तोड़ने के लिए किया जा रहा है...
3. प्रधानमंत्री पद की मर्यादा के अनुसार मोदीजी इन घटनाओं पर कोई बयान नहीं दे पा रहे हैं और इसलिये बहुत से पुराने मोदीभक्त भी मोदीजी को गालियां देने लगे हैं. ऐसे लोगों का कहना है कि जब गोरक्षकों के हाथों दो -तीन मामलों में गौतस्कर मारे गये थे तब तो मोदीजी ने तुरन्त गोरक्षकों की बुराई कर दी थी, तो अब वह कुछ क्यों नहीं कह रहे ? और भी 2-3 मामलों में हिन्दुओं के हाथों किसी चोर की पिटाई होने से उसकी मृत्यु होने जैसे मामलों में भी मोदीजी ने ऐसा न करने व करने वालों पर कार्रवाई करने का कहा, लेकिन इन लगातार हिन्दुओं के ऊपर हो रहे आक्रमण पर मोदीजी का न बोलना लोगों को बहुत क्रोधित कर रहा है...
मेरे यहां अपने हिन्दू मित्रों से कुछ प्रश्न हैं :-
1. क्या आप किसी सामान्य चोर, बलात्कारी या गौहत्यारे को पकड़ कर पीटने लगो, पीट पीटकर उसकी हत्या कर दो -और स्वयं ही इसकी वीडियो बनाकर वाइरल कर दो, तो मोदीजी क्या आपकी इस हरकत की प्रशंसा करेंगे? क्षमा कीजिए, मैं खुद आपके ऐसे किसी भी काम का विरोध करूंगा जहां कानूनन गलत हरकत करते हुये आप खुद ही वीडियो बनाकर वाइरल कर दें. आप चोरों को पकड़िये, बलात्कारियों व गौहत्यारों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कीजिये.. पीटने का अधिकार तो कानून नहीं देता. और अगर आप ऐसे दुष्टों को पीटते भी हैं तो उसके वीडियो क्यों बना रहे हैं? आप स्वयं यह सुबूत बनाकर और उनको वाइरल करके वामपंथी मीडिया व वामपंथी समाज को यह मौका देते हैं कि वो आपको बदनाम करें और आपको जेल भेजने जाना भी सुनिश्चित करें. माफ कीजिये, आप वीडियो बनाकर अपनी ऐसी कानून तोड़ती हरकत का प्रचार करेंगे तो मोदीजी कभी भी आपका समर्थन नहीं कर सकते, वह आपको जेल में डलवाने का आदेश ही दे सकते हैं...
2. क्या हिन्दूवीरों ने गौर किया कि किसी भी घटना में हिन्दुओं के दोषी होने पर शहर शहर कितने विरोध प्रदर्शन होते हैं? जगह जगह " I am a Hindu. I am ashamed of... " की तख्ती लिये लोग खड़े हो जाते हैं? आप लोग भी ऐसा क्यों नहीं कर सकते? बड़े बड़े शहरों के चौराहों पर ऐसी ही तख्ती लेकर " I am a Hindu girl, I don't want to be raped", या "Hindu temples are being attacked. Why you hate us Hindus? " या इसी तरह की कोई तख्ती लिये क्यों खड़े नहीं हो सकते. जब जगह जगह ऐसे विरोध प्रदर्शन होंगे और उनको जमकर सोशल मीडिया पर भी शेयर किया जायेगा तो टीवी व न्यूजपेपर मीडिया को भी मजबूरन आपके पक्ष में बोलना -लिखना पड़ेगा. लेकिन क्या आपने ऐसा किया?
3. आप अपने MLA, MP के पास सैकड़ों की संख्या में पहुँचकर उनसे बात कीजिये कि वो इन मुद्दों पर सामने आकर आपका सपोर्ट क्यों नहीं कर रहे हैं? वो खुद नहीं आयेंगे लेकिन जब आप एक भीड़ के रूप में उनके पास जायेंगे तो उन्हें भी आपके साथ आना ही पड़ेगा...
4. सभी हिन्दुओं से विनम्र निवेदन. सप्ताह में कम से कम एक बार अपने मुहल्ले के मंदिर में जरूर जायें, वहां मुहल्ले के अन्य लोगों से सम्बन्ध बढायें. Whatsapp आदि पर कुछ ग्रुप बनायें, जिससे जरुरत पढ़ने पर सब लोग एक साथ घर से निकलकर अपने मुहल्ले पर आक्रमण करते लोगों का मुकाबला कर सकें. खास तौर से लाइसेंसी पिस्टल, राइफल रखने वाले हिन्दू इस मामले में आगे रहें. चार फायर होते ही आक्रमणकारियों की 400-600 की भीड़ भी 5 मिनट में गायब हो जायेगी. लेकिन, भगवान के लिए ऐसी फायरिंग आदि की कोई वीडियो न बनाइये. वीडियो सिर्फ आक्रमणकारियों की बनायें जिससे आप पुलिस को बता पायें कि आक्रमण आप पर किया गया था और आपने self defense में सिर्फ हवा में कुछ फायर किये थे...
मोदी आपसे कुछ नहीं कहेगा जब आप गौहत्यारों या गौतस्करों को पीटेंगे बशर्ते कि आप इस बात की वीडियो न बनायें. आप किसी दुष्ट को पीटते की वीडियो वायरल करके बहुत बड़ी बेवकूफी कर रहे होते हैं. जो करना है -उसका सुबूत छोड़ना बिल्कुल गलत है. बाकी, कुछ 7-8 प्रदेशों को छोड़कर सभी जगह आपकी ही राज्य सरकार है, आपकी ही पुलिस है. गुन्डों और अपराधियों को पकड़ने व मारने में पुलिस का सहयोग कीजिये. पर जो भी कीजिये, कानून सम्मत कीजिये...
आप कानून सम्मत रहेंगे तो मोदीजी भी आपकी तारीफ करेंगे. बाकी, विश्वस्त रहिये कि मोदीजी और अमित शाह की नजर इस तरह की सब घटनाओं पर है. यह वही अमित शाह हैं, यह वही मोदी हैं जो 2002 में गुजरात में थे. लेकिन उन्होंने उस समय भी कुछ भी कानून तोड़ने वाला काम नहीं किया था. एक और अंतिम बात, मोदी और अमित शाह आपसे कम कट्टर हिन्दू नहीं हैं...
और हां
जय हिंद

किसी ने सोचा कि कश्मीर बंगाल में मंदिर टूटते टूटते आखिर दिल्ली में मंदिर कैसे टूटने लगे ?

किसी ने सोचा कि कश्मीर बंगाल में मंदिर टूटते टूटते आखिर दिल्ली में मंदिर कैसे टूटने लगे ?
सीरिया से होते कश्मीर और कश्मीर से होते मेरठ में परसों हज़ारों लोग isis के काले झंडे लेकर कैसे और क्यों लहराने लगे ?
दिल्ली मोदी की और मेरठ योगी की ?
और दोनों देश के सबसे बड़े हिंदूवादी और कड़क शासक की गिनती में आते हैं.... तो क्या दोनों जगहों पर कुछ परीक्षण किया गया ?
बिल्कुल किया गया... सबसे पहले देखा गया कि काले झंडे देखकर सामान्य हिंदुओं की प्रतिक्रिया कैसी है ? क्या वो उसी वक़्त प्रतिक्रिया देते हैं ?
उन्होंने देख लिया कि हिन्दू काले झंडे से पटे जुलूस को देखकर भी उद्वेलित नहीं हुआ और योगी सरकार ने सिवाय डंडे फटकारने के कुछ नहीं किया और वो भी पुलिस तब पहुंची जब पता चला कि ISIS के झंडे लहलहा रहे हैं...
दिल्ली में मंदिर हिंदुओं के सामने तोड़ा गया... वहां भी वही रिजल्ट मिला... सामान्य हिन्दू और पुलिस मौन है और शांत है.. कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली...
कुल मिलाकर सबकुछ अनुकूल है... बल्कि वैसा ही जैसा 1990 के कश्मीर में था...
तबरेज के बहाने से हर शहर में लाखों मुसलमानों को जुटाकर एक और परीक्षण किया जा रहा है... ये देखा जा रहा है कि हरेक शहर में सब तैयार हैं या नहीं ? जोश जज्बा भरपूर है या नहीं... लाखों की भीड़ सड़क पर आने के लिए तैयार है या नहीं ?
ये भी अबतक अनुकूल रहा है... सरकार को ये भी भनक नहीं मिल पा रही कि लाखों लोगों ने आज किस शहर के किस चौराहे पर जुटने का प्रोग्राम बनाया है...
ये कमाल है कि लाखों लोग कितने एकजुट है कि बात लीक नहीं होती और उनके पास उनके आका का msg घर घर पहुंच जाता है...
तो तैयार रहिए... अब उनके अगले कदम का... मुझे जो आहट सुनाई दे रही है.. अगर वो आपको भी सुनाई दे रही है तो... तैयारी में लग जाइये... कम से कम इतना तो कल्पना कीजिये कि उस विषम हालात में आप क्या करने वाले हैं ? किस किस का फोन नम्बर आपके पास है ? घर के आसपास की सुरक्षा क्या है ? पास के थानों के नम्बर क्या है और वो नम्बर लगता है या नहीं ? आपके शहर के कौन से हिन्दू संगठन सबसे ज्यादा एक्टिव है और नम्बर... अगर कुछ बड़ा होने वाला है तो इन संगठनों के पास सबसे पहले न्यूज़ आ जाती है..
ये भी पता कर लीजिए कि आपके घर के आसपास में आपके जैसे विचारों वाले हिन्दू भाई कौन कौन हैं... उनसे मिलकर तैयारी कीजिये...
ये सब यूपी बिहार बंगाल दिल्ली आदि से ही शुरू होगा... राजस्थान,महाराष्ट्र, गुजरात का नम्बर बाद में आएगा... क्योंकि इसी का तो परीक्षण हो रहा है कि किस जगह की सरकार सबसे ज्यादा फेल्योर है...
बाकी आपकी मर्जी है...🚩