शुक्रवार, अगस्त 16, 2013

कश्मीर के वन्धमा गाँव की एक घटना (

कश्यप ऋषियों द्वारा बसाई हुई कश्मीर घाटी
जो कभी घर हुआ करता था कश्मीरी पंडितों का,

लेकिन जिहादियों ने एक एक करके सभी कश्मीरी पंडितों का क़त्ल करना शुरू किया
जो जिंदा बचे, वो घरबार छोड़कर कश्मीर से भागने में मजबूर हो गए ।

कश्मीर के वन्धमा गाँव की ऐसी ही एक घटना (२५-०१-१९९८)

जिहादियों ने हर गाँव में कश्मीरी पंडितों के घरों की एक सूचि बनायीं हुई थी ।
ऐसी ही सूचि में नाम था वन्धमा गाँव के धार परिवार का ।
२५ जनवरी १९९८ को कई सारे जिहादी धार परिवार के घर में आये और सबको बहार लाके खड़ा किया । फिर उनकी गिनती की। गिनती में एक शख्स कम था ।
वो शख्स १४ वर्षीया विनोद कुमार धार था जो घर के पास छुपा था । वो जान चूका था की जिहादी उसके पुरे परिवार को ख़तम करने आये है और कोई नहीं बचेगा ।
विनोद जानता था की वो अपने परिवार को नहीं बचा सकता । विवश, उसे अपने परिवार को अपनी आखों के सामने मरते हुए देखना पड़ा ।
जिहादियों ने पुरे परिवार के ऊपर गोलियों की बौछार करदी ।


२३ कश्मीरी पंडितों की लाशें बिछ गयी ।
ये एक संकेत था भारत सरकार के लिए और अन्य कश्मीरी पंडितों के लिए की कश्मीरी पंडित चले जाये, वरना मारे जाओगे । और जाते जाते अपनी औरते छोड़ जाये ।

अब यह घटना दोबारा दोहराई जा रही है और इस बार निशाने पर है किश्तवाड़ ।
हिन्दुओं जान लो की कांग्रेस सरकार तुम्हारे लिए कुछ नहीं करेगी ।
कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ नहीं किया, असम के हिन्दुओं के लिए कुछ नहीं किया तो अब क्या किश्तवाड़ के लिए क्या करेगी ?

देखिये यह विडियो
१) http://www.youtube.com/watch?v=caswR0jroag
२) http://www.youtube.com/watch?v=4ZfHaIp6hMo  

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें