शनिवार, अगस्त 24, 2013

#न्यूज चैनल है वो हमें हमारे #धर्म से दूर करने का प्रयास कर रहें हैं।


कृपया ध्यान से पूरी पोस्ट पढ़े और विचार करें: साथ अपने विचारों को जरुर बताएं:

आज जितने भी #न्यूज चैनल है वो हमें हमारे #धर्म से दूर करने का प्रयास कर रहें हैं। जब कोई #संत अच्छा कार्य करेंगे तो किसी न्यूज में नहीं दिखाया जाता और जैसे किसी के बारे में झूठा आरोप लगता है तो तुरंत सभी न्यूज चैनल पे ब्रेकिंग न्यूज बना कर दिखाया जाता है। जब पंडित जी मंदिर में घंटी बजायेगे तो ज्यादा घंटी बजा दी बता कर न्यूज दिखाया जाता है। हमेशा धर्म को अंधविश्वास बताया जाता है। ओ माई गौड जैसी बकवास फिल्मो को बहुत तारीफ के साथ उसका प्रचार किया जाता है। आप बताओ हमारे संत जो भी समाज के लिए अच्छा काम करते है क्या वो दिखाया जाता है ? क्या उनके दुनिया को सवारने का प्रयास की जानकारी हम तक मिल पाती है ?

जवाब है नहीं, जब दिखाया जायेगा तो सिर्फ नकारात्मक न्यूज ताकि लोग धर्म को छोड़ दें। आप ये बात समझो आज कोई किसी का हत्या, चोरी या और किसी भी तरह का अपराध करने से डरता है तो मात्र कानून के कारण, पर अगर उस इन्सान को ये समझ आ जाये की मैं कानून से बच सकता हूँ तो वो खुले हाँथ से अपराध करता है। पर अगर उसे ये समझ आ जाये की तू कानून से अपने पहुच के कारण बच जायेगा पर उस परमात्मा से नहीं बचेगा। वहाँ तेरी कोई पैरवी, पहुँच नहीं चलेगी। वो हर पर्दे के पीछे तुझे देख रहा है तो बोलो कोई कभी अपराध करेगा हीं नहीं। और इस बात क्या ज्ञान तुम्हे कैसे होगा ? मात्र और मात्र संत के द्वारा हीं हो सकता है। और उन्ही संतो के बारे में झूठा आरोप न्यूज पे दिखाया जाता जाता है। एक बात याद रखो जिस दिन संत दुनिया में नहीं होंगे एक पल भी दुनिया नहीं टिकेगी। इसका सर्वनाश हो जायेगा। और साधू - संत जितने भी वो जन मानस के हित के लिए कार्य करते हैं उन्हें कोई नहीं दिखता। दिखाया जायेगा तो सिर्फ गलत न्यूज।

एक और बात है किसी संत पर आरोप लगता है तो सब को तुरंत विश्वास हो जाता है और अगर किसी से कहो की वहाँ निशुल्क पढाया जाता है, वहाँ निशुल्क ऑपरेशन होता है, वहाँ निशुल्क विकलांगो का इलाज होता है तो लोगो का तुरंत जवाब होता है ! "क्या हम देखे है क्या भरोसा की ये सब सेवा निशुल्क हो रहा है, खुद देखेंगे तो न, ऐसे बिना देखे कैसे भरोसा करें ? " और उसी पापी व्यक्ति को संतो के बारे में झूठा गलत बात न्यूज चैनलों के माध्यम से पता चलेगी तो बोलेगा "देखा इन लोगो को क्या कर रहे हैं" अरे पापी! जब तू अच्छी बातों को देख के हीं विश्वास है करता है तो गलत बात को बिना देखे कैसे विश्वास कर लिया ? अगर अच्छी बातों को तुझे देखना जरुरी है, तो बुरी बातो को भी तो न मान। और ये क्यों हो रहा है क्यों की सभी पर पाप सवार है और जब पाप सवार होता है तो हर जगह पाप हीं दीखता है। इसी को समझाने के लिए एक सुन्दर प्रसंग है:

"एक बार #भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन और दुर्योधन को अपने पास बुलाया और एक कागज दिया और अर्जुन से कहा की तुम इसमें दस बुरे व्यक्ति का नाम लिख कर मुझे दो, नाम उनके लिखना जो तुमको बुरे लगते हों। और दुर्योधन को भी दिया एक कागज और कहा की इसमें दस अच्छे व्यक्तियों के नाम लिखना, जो तुम्हे अच्छे लगते हो। और इसके लिए भगवान ने कुछ समय निर्धारीत कर दिया। समय पूरा होने पर दोनों ने सादा कागज भगवान को लौटा दिया। भगवान ने पूछा ऐसा क्यों ? अर्जुन बोले! भगवान मुझे कोई बुरा नहीं दिख रहा, सब में कुछ न कुछ अच्छाई है। और दुर्योधन बोला! भगवान कोई भी अच्छा नहीं है, सब में कुछ न कुछ बुराई है। तब श्री कृष्ण ने बताया की तुम खुद बुरे हो इसलिए तुम्हे सब बुरा हीं लगता है। अर्जुन स्वयम अच्छा है इसलिए उसे सबका अच्छाई हीं दीखता है।"

इसी तरह तुम अच्छे बात पर विश्वास नहीं करते और बुरे पर तुरंत करते हो। पर इस आदत को बदलो। पर तुम्हारी सामर्थ नहीं की तुम स्वयं खुद को बदल सको। इसके लिए भी तुम्हें #साधू - #संतो के आवश्यकता पड़ेगी। भगवान की कथा - सत्संग की आवश्यकता पड़ेगी।

उदाहरण स्वरुप संतो के द्वारा होने वाले कुछ परोपकार के कार्य जो कोई न्यूज चैनल नहीं दिखाती:

संत श्री आसाराम जी बापू के आश्रम के सेवाकार्यों की झलक
सत्संगः देश-विदेश में सदविचारों, सुसंस्कारों, यौगिक क्रियाओं व स्वास्थ्यप्रद युक्तियों का ज्ञान बाँटा जा रहा है। असंख्य लोग असाध्य रोगों से मुक्ति पा रहे हैं। ध्यान योग शिविरों में कुंडलिनी योग व ध्यान योग द्वारा तनाव व विकारों से छुटकारा दिलाकर लोगों की सुषुप्त शक्तियों को जागृत किया जाता है।
विद्यार्थी उत्थान शिविरः इनमें पूज्य बापूजी के सान्निध्य में विद्यार्थियों को ज्ञान-ध्यान-यौगिक क्रियाओं का प्रसाद प्राप्त होता है।
सत्साहित्य प्रकाशनः आश्रम द्वारा 14 भाषाओं में 345 पुस्तकों का प्रकाशन किया जा रहा है। मासिक पत्रिका ʹऋषि प्रसादʹ 7 भाषाओं में प्रकाशित की जा रही है। मासिक पत्र ʹलोक कल्याण सेतुʹ भी प्रकाशित होता है।
बाल संस्कार केन्द्रः ये 18000 केन्द्र विद्यार्थियों में सुसंस्कार सिंचन में रत हैं। पिछड़े लोगों का विकासः गरीबों, आदिवासियों को नियमित निःशुल्क अनाज-वितरण, भंडारे (भोजन-प्रसाद वितरण), अनाज, वस्त्र, बर्तन, बच्चों को नोटबुकें, मिठाई प्रसाद आदि का वितरण तथा नकद आर्थिक सहायता देने का कार्य बड़े पैमाने पर होता है।
प्याऊः सार्वजनिक स्थलों पर शीतल छाछ व जल का निःशुल्क वितरण होता है।
ʹभजन करो, भोजन करो, रोजी पाओʹ योजनाः जो बेरोजगार या नौकरी-धंधा करने में सक्षम नहीं हैं उन्हें सुबह से शाम तक जप, कीर्तन, सत्संग का लाभ देकर भोजन और रोजी दी जाती है ताकि गरीबी, बेरोजगारी घटे व जप-कीर्तन से वातावरण की शुद्धि हो। आपातकालीन सेवाः अकाल, बाढ़, भूकंप, सुनामी तांडव – सभी में आश्रम ने निरंतर सेवाएँ दी हैं।
गौ-सेवाः विभिन्न राज्यों में 9 बड़ी गौशालाओं का संचालन हो रहा है, जिनमें कत्लखाने ले जाने से रोकी गयीं हजारों गायों की सेवा की जा रही है।
ʹयुवा सेवा संघʹ तथा युवाधन सुरक्षा व व्यसनमुक्ति अभियानः इनसे युवाओं को मार्गदर्शन मिल रहा है तथा व्यसनों के व्यसन छूट रहे हैं।
चिकित्सा-सेवाः निर्दोष चिकित्सा पद्धतियों से निष्णात वैद्यों द्वारा उपचार किये जाते हैं। ʹनिःशुल्क चिकित्सा शिविरोंʹ का आयोजन होता है। दूर-दराज के आदिवासी व ग्रामीण क्षेत्रों में चल-चिकित्सालय जाते हैं। अस्पतालों में सेवाः मरीजों में फल, दूध व दवाओं का वितरण किया जाता है। और भी बहुत सारे सेवा कार्य है जिसकी विस्तृति जानकारी के लिए इस लिंक पे जाये www.ashram.org
क्या मीडिया ने ये सब दिखाया ?

(1) विश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष परम पूज्य शांतिदूत श्री #देवकीनंदन #ठाकुर जी महाराज के द्वार हमेशा समय - समय पर सेवा शिविर। उत्तराखंड आपदा में महाराज श्री ने स्वयम जा कर शांति सेवा शिविर के द्वारा पीड़ितो की सेवा की । उतराखंड में मृतकों के आत्मा के शांति के लिए वृन्दावन में यज्ञ। गंगा माँ, यमुना माँ की रक्षा हेतु शांति पद यात्रा। उत्तराखंड के राहत के लिए पाँच लाख का चैक दिया गया। बच्चो सत्मार्ग पर लाना,समाज के विकास करना, गौ माता की सेवा और रक्षा हो, गंगा माँ, यमुना माँ की रक्षा हेतु शांति सेवा परिवार का गठन। समय - समय पर कम्बल, चादर इत्यादि वितरण कार्य। निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर। और भी अनेको सेवा कार्य।

(2) नारायण सेवा संस्थान के संस्थापक पूज्य साधू #कैलाश मानव जी के द्वारा नारायण सेवा संस्थान के माध्यम से निशुल्क विकलांग बच्चो का ऑपरेशन। निशुल्क दवा, इलाज, खाने, रहने, सभी की सेवा। मानसिक विकलांग जिसे उनके माँ बाप नहीं रखते वो उन्हें नारायण सेवा संस्थान में छोड़ देते है और संस्थान उन्हें रखती है। और भी अनेको सेवा कार्य।

(3) विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट के संस्थापक परम पूज्य राष्ट्रीय संत श्री #चिन्मयानंद बापू जी के द्वारा मीमांसा विद्या पीठ (हरिद्वार) का निर्माण, जहा निशुल्क बच्चो को शिक्षा दी जाएगी जो निर्माणाधीन है। उतराखंड में बापू जी ने स्वयम जा कर पीड़ितो की सेवा की। समय - समय पर अनेको सेवा कार्य विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट द्वारा किये जाते हैं।

(4) परम पूज्य #बाबा #रामदेव जी के द्वारा उत्तराखंड आपदा सेवा कार्यों में पतंजली योगपीठ ने सबसे प्रथम भूमिका निभाई। आचार्य कुलम का निर्माण। जिसमे बच्चो का भविष्य उज्जवल होगा और वो शिक्षित होने के साथ चरित्रवान भी बनेगे। समाज को सुधारने के लिए अपने को समर्पित कर दिया है बाबा जी ने।

(5) परम पूज्य जगद्गुरु #कृपालु जी महाराज के द्वारा उत्तराखंड राहत कोष में एक करोड़ का सहयोग प्रदान किया गया। समय - समय पर अनेको सेवा कार्य। जगद्गुरु कृपालु परिषत के द्वारा निशुल्क अस्पताल। जगद्गुरु कृपालु परिषत के द्वारा निशुल्क शिक्षा। और भी अन्य सेवा कार्य।

संतो के किसी भी सेवा कार्य को किसी भी न्यूज चैनल पर नहीं दिखाया जाता। ये तो एक उदाहरण स्वरुप है जिससे आपको पता चले की संतो के किसी भी सेवा कार्य को आप नहीं जान पाते। ये तो बहुत धन्यवाद है धार्मिक चैनलों (आस्था, आस्था भजन, संस्कार, अध्यात्म, श्रद्धा,) का जो हमें इन संतो से जोड़ कर रखते है। इस लिए किसी भी संत पे जब कोई आरोप लगे, तो ध्यान रखो, बिना सोचे - समझे कभी मत विश्वास करो। क्यों की अगर तुम संतो से दूर हो गए तो तुम्हारा पतन निश्चित है।

इस बात पे आप सब के क्या विचार है कृपया जरुर बताये।

जय जय श्री राधे श्याम

1 टिप्पणी:

  1. bahut hi sundar ... Parantu na jane kyon logo ko samajh me nahi aata ki ye jo news channel dikha rahe hai wah purv niyojit hai ....
    woh log vastav me bharat ko sant vihin karna chahte hai ...

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