बुधवार, जून 12, 2013

कांग्रेस का अडवाणी प्रेम: एक रहस्यमयी अबूझ पहेली !

कांग्रेस का अडवाणी प्रेम: एक रहस्यमयी अबूझ पहेली !

विगत कुछ दिनों से कांग्रेस के सब नेताओं के ह्रदय में भाजपा के बयोवृद्ध नेता माननीय लालकृष्ण अडवाणी के लिए अद्भुत प्रेम का उफान देखने को मिल रहा है ! जिस कांग्रेस के सभी नेता अडवाणी जी को दंगाई कहा करते थे ! यही कांग्रेसी नेतागण इन्हें सांप्रदायिक कहते थे ! इन लोगों ने अडवाणी जो को बाबरी ढांचे का हत्यारा भी कहा था अनेकों बार ! परन्तु पता नहीं कौन सा बड़ा जादू हो गया ऐसा कि एकदम अचानक से कांग्रेसियों का ह्रदय परिवर्तन हो गया और एक सुर में सब के सब अडवाणी जी से सहानुभूति जताने लगे ! और तो और कांग्रेसियों की पिछलग्गू भारतीय मिडिया भी कांग्रेसियों के सुर में सुर मिला रही है ! इस व्यापक ह्रदय परिवर्तन का मूल कारण गहराई से समझे जाने की आवश्यकता है !

1. जिन कांग्रेसियों ने कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष सीताराम केसरी को थप्पड़-लात-जूत्ते मारकर अध्यक्ष की कुर्सी से उन्हें उतार दिया था ! चाचा केसरी बेचारे को इन लोगों ने कुर्सी से उतरकर डर के मारे भागकर बाथरूम में छिप जाने को विवस कर दिया था ! उन्हें अडवाणी जी अचानक से बुजुर्ग नजर आने लगे और गजब की कांग्रेसी सहानुभूति उमड़ पड़ी है इन दिनों ! आखिर इसका रहस्य क्या है ?

2. पि वि नरसिम्हा राव जैसा प्रधान मंत्री रहा हुआ कांग्रेसी नेता इनके कारण गुमनामी के अँधेरे में इस दुनिया से विदा हो गया ! किन्तु नरसिम्हाराव इन्हें तब बुजुर्ग नजर नहीं आये ! आखिर अडवानी जी इन्हें बुजुर्ग नजर आने लगे ! कारन क्या है इस सहानुभूति का ?

3. अर्जुन सिंह को इन्ही लोगों ने विगत लोकसभा का टिकट नहीं दिया ! और तो और उनकी पुत्र-बधू जब निर्दलीय चुनाव लड़ रही थी तो अर्जुन सिंह को इनलोगों ने अपनी पुत्र-बधू के विरोध में कांग्रेस के पक्ष में चुनाव प्रचार करने को विवस कर दिया ! तब तो इन्हें अर्जुन सिंह बुजुर्ग नहीं नजर आये थे ! आखिर आडवानी जी इन्हें बुजुर्ग कैसे नजर आने लग गए ? और वो भी अचानक ?

4. नारायणदत्त तिवारी जैसे कद्दावर नेता आज गुमनामी के अँधेरे में जीवन जीने को विवस है ! इनको नारायण दत्त तिवारी क्यों बुजुर्ग नजर नहीं आते ? इन पाखंडियों को केवल अडवाणी जी बुजुर्ग नजर आ रहे हैं ! क्या कारण है इस शातिरपंथी सहानुभूति का ?

दोष कांग्रेसियों की नहीं ! दोष तो वस्तुतः भाजपाईयों की है ! भाजपा को इस गंभीर विषय का गंभीर, गहन चिंतन-मंथन करना चाहिए और कांग्रेस के हाथों में खेल रहे भाजपाईयों को चेतावनी पूर्वक सुधर जाने का समय अधिकतम एक महीने देकर नहीं सुधारने की दशा में पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा कर कांग्रेस में शामिल हो जाने का सुअवसर उन्हें दे देना चाहिए ! आज की तिथि में यही एक मात्र समाधान है ! सोचो, समझो और करो ! भारत माता की जय ! -मुरारी शरण शुक्ल !

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