सोमवार, अक्तूबर 31, 2011

दो दशकों से छठ करती आ रही हैं इदन खातून

दो दशकों से छठ करती आ रही हैं इदन खातून

छपरा : लोक आस्था का महापर्व छठ हिंदू धर्मावलंबियों में काफी पवित्रता के साथ मनाया जाता है. परंतु, सारण जिले के मशरक प्रखंड अंतर्गत पिलखी गांव में एक मुसलिम परिवार विगत चार दशकों से इस पर्व को उसी आस्था और श्रद्धा से मनाता आ रहा है.

इसके पीछे इस परिवार में विगत दो दशक से छठ व्रत करने वाली अजीज मियां की पत्नी इदन खातून का कहना है कि वे अपने पुत्र के सुखद जीवन के लिए ही इस व्रत को करती आ रही हैं. उन्होंने पूर्व में अपनी सास मेहबूबन खातून (पति जोखन मियां) के द्वारा इस व्रत को करते देख कर ही अपने बेटे के सुखद भविष्य के लिए छठ व्रत को शु किया.

वे कहती हैं कि चार दिवसीय अनुष्ठान के तहत वे प्रति वर्ष पूरे पवित्रता से छठ पूजा के लिए चूल्हा बनाने के साथ नहाय-खाय के दिन से नियमानुसार अनुष्ठान शुरू करती हैं. वहीं छठ पूजा के लिए षष्ठी तिथि को प्रसाद बना कर गांव के सभी लोगों के साथ तालाब पर जाकर वहां बने सूर्य की प्रतिमा के समक्ष सुबह-शाम पूजा करती हैं.

वे कहती हैं कि पूर्व में हमारे मुहल्ले की सोलाजी मियां की पत्नी, कुरबान मियां की पत्नी, हमीदा मियां की पत्नी भी छठ व्रत मनोयोग से करती थीं. इन सब के छठ करने के पीछे मन्नतें होती थीं.

उन्होंने भी गांव के हिंदू समुदाय के लोगों की आस्था एवं उसके अच्छे फल से प्रेरित होकर ही इस व्रत करने की शुरुआत की थी. इस व्रत को करने में हमें किसी भी प्रकार की कोई बाधा समाज से नहीं होती. वहीं दूसरी ओर एक मुसलिम समुदाय की महिला को छठ करते देख हिंदू समुदाय के लोगों में श्रद्धा का भाव उत्पन्न होता है. उनकी आस्था छठ के प्रति और बढ़ जाती है. ऐसी ही कुछ बातों से एक अनुपम माहौल तैयार होता है और हमें एक सुखद अनुभूति होती है.
- राजीव रंजन -

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