सोमवार, दिसंबर 05, 2011

खुफिया रिपोर्ट का खुलासा, पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया )के सिमी से रिश्ते!

नई दिल्ली। मुस्लिम संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के प्रतिबन्धित इस्लामी संगठन सिमी से रिश्ते हैं। इस बात का खुलासा खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट से हुआ है। ये संगठन हालांकि पिछड़े और अल्पसंख्यकों के हक के लिए लड़ने का दावा करता रहा है। लेकिन ये संगठन अपनी गतिविधियों की वजह से फिलहाल सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर है।

खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये संगठन देशविरोधी गतिविधियों में शामिल है। इस रिपोर्ट के मुताबिक पिछड़े और अल्पसंख्यकों को सामाजिक,आर्थिक और राजनीतिक मदद पहुंचाने के नाम पर ये संगठन अपने खतरनाक मंसूबों को अंजाम देने में जुटा है। सुरक्षा एजेंसियों के लिए सबसे बड़ी चिंता की बात ये है कि इस संगठन से जुड़े अस्सी से नब्बे फीसदी लोगों के तार या तो खाड़ी देशों से या फिर विदेशों से जुड़े हैं।

खुफिया रिपोर्ट का खुलासा, पीएफआई के सिमी से रिश्ते!

आईबीएन 7 के पास खुफिया दस्तावेजों की एक रिपोर्ट मौजूद है जिसे देश की बड़ी खुफिया एजेंसियों ने तैयार किया है। इसमें साफ साफ लिखा है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के तार सिमी जैसे संगठन से जुड़े हैं। इस रिपोर्ट में ये भी लिखा है कि ये संगठन देश की सुरक्षा के लिए खतरा है। ऐसे में सवाल ये है कि भला ऐसे संगठन की रैली में मुलायम सिंह यादव क्यों शामिल हुए।




भले ही मुलायम नहीं जानते हों। लेकिन खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के सदस्यों को धारदार हथियारों से लेकर क्रूड बम और यहां तक कि आईईडी बनाने और उसके इस्तेमाल की ट्रेनिंग दी गई है। उन्हें ये ट्रेनिंग केरल में दी गई और इसमें देश के अलग-अलग राज्यों के लोग शामिल हुए। मालूम हो कि केरल में एक प्रोफेसर का हाथ काटने के मामले में भी इस संगठन का नाम सामने आया था। हालांकि पॉपुलर फ्रंट अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों से इंकार कर रहा है।

इस रिपोर्ट के मुताबिक पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया देश के और राज्यों में भी खास समुदाय के संवेदनशील मुद्दों को उठाकर जनसमर्थन हासिल करने की कोशिश कर रहा है। इसे विदेशों से भी काफी पैसे मिल रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक ये संगठन नक्सलियों से भी गठजोड़ की कोशिश में लगा हुआ है।

पीएफआई की गतिविधियां कभी दक्षिण भारत तक सीमित थीं। लेकिन अब इस संगठन ने अपने पैर देश के दूसरे हिस्सों में भी पसारने शुरू कर दिए हैं। हाल ही में इस संगठन ने अपना मुख्यालय दिल्ली शिफ्ट कर लिया है। ऐसे में राजधानी दिल्ली की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। सौर्स :http://khabar.ibnlive.in.com/news/63562/1

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें