गुरुवार, अक्तूबर 31, 2013

दुनिया मे लाखो नबी आये मगर............


भारत का विभाजन ''इस्लाम ''ने किया,देश को तोड्ने वाला देशद्रोही होता है,
बुरा मत मानो और सोचो.....

1) दुनिया मे लाखो नबी आये मगर ये मुहम्मद के अलावा
किसी भी नबी ने नही बताया कि अल्लाह मूर्ति पूजको से नफरत
कर रहा है ,

2) दुनिया मे लाखो नबी.आये मगर मूर्ति पूजको को कत्ल करने का
ठेका(contract) केवल मुहम्मद को ही मिला ।

3) दुनिया मे लाखो नबी आये मगर काफिरो (गैर-मुस्लिम) को
मारकर उनकी दौलत और औरतो को लूटने का ठेका केवल मुहम्मद
को ही मिला ।

4) दुनिया मे लाखो नबी आये मगर लूट हलाल केवल मुहम्मद के लिये हुयी ।

5) दुनिया मे लाखो नबी आये मगर तलवार और रक्तपात की आवश्यकता केवल मुहम्मद को पडी ।

6) दुनिया मे लाखो नबी आये पर लूट मेँ पकडी गई औरतो को बाजार
मेँ बेचने और अपने लुटेरे साथियो(सहाबा) मेँ बाँटने जैसे नेक काम
की इजाजत केवल मुहम्मद को मिली ।

7) दुनिया मे लाखो नबी आये मगर लूट मे पकडी हुयी औरतो से बलात्कार करने की इजाजत केवल मोहम्मद और सहाबा
को मिली ।

8 ) दुनिया मेँ लाखो नबी आये मगर औरतो के पतियोँ को कत्ल करके
उन औरतो से बलात्कार करने ,शादी करने ,गुलाम बनाने ,लौडिँयाँ बनाने रखेल बनाने की इजाजत केवल मुहम्मद को ही मिली ।

9) दुनिया मे लाखो नबी आये मगर काफिरो (हिन्दू ,यहूदी ,इसाई
,बौद्धीस्ट आदि) को मारने की इजाजत केवल मुहम्मद को मिली ।

10) दुनिया मेँ लाखो नबी आये मगर चचेरी बहनो ,फुफेरी बहनो ,
ममेरी बहनो से शादी करने की इजाजत केवल मुहम्मद को मिली ।

11) दुनियाँ मे लाखो नबी आये मगर 6 साल तक की बच्ची (आयशा)
से लेकर किसी भी उम्र की औरतो(खदीजा) से शादी करने की छूट
केवल मुहम्मद को मिली ।

12) दुनिया मे लाखो नबी आये मगर बे वजह केवल काफिर होने
के कारण , किसी को मारने या उसका धर्म परिवर्तन करवाने
की जरूरत किसी को नही पडी ।

13) दुनिया मे लाखो नबी आये मगर 72 हूरो वाली जन्नत
की काल्पनिक कहानी मुहम्मद के अलावा किसी ने नही
सुनाई ।

14) दुनिया मे लाखो नबी आये मगर औरतो के लिये जन्नत हराम है ,
ये बात केवल मुहम्मद ने बताई ।

15) दुनिया मे लाखो नबी आये मगर औरतो को बुद्धिहीन केवल मुहम्मद ने बताई ।

16) दुनिया मेँ लाखो नबी आये मगर ये मुहम्मद के अलावा किसी ने नही कह कि
a>औरते नबी नही हो सकती,
b>औरते पैगम्बर नही हो सकती,
c>औरते पीर नही हो सकती ,
d>औरते पूजनीय नही हो सकती ,
e>औरतो का मजार नही हो सकता ,
f>औरते जन्नत मेँ नही जा सकती

17) दुनिया मे लाखो नबी आये मगर अपने साथियो/सहाबा से लूट
मेँ मिली दौलत का 5 वाँ हिस्सा (20% कमिशन)
केवल मुहम्मद लेता था ।

18) दुनिया मे लाखो नबी आये मगर काफिरो (गैर-मुस्लिमो) से
जजिया/कर सिर्फ मुहम्मद के अलावा किसी ने नही
लिया ।

असल मे मोहम्मद ने अपने गिरोह को बढाने के लिए इस्लाम नाम का मजहब बनाया और अपने दिमाग की उपज से अल्लाह और कुरान की मनगंढत बातो का सहारा लेकर अपना हित साधने के लिए अपना खुद का मजहब स्टार्ट कर दिया ....

अब क्योकि मुहम्मद अरब का था तो उसने अरबी अ

असल मे अल्लाह के नाम पर चालाकी से मुहम्मद खुद की पूजा करवाना चाहता था, इसलिये उसने एक मंत्र
(ला इलाह इल्लल्लाह मुहम्मदुर्रसूलल
ल्लाह ,अरबी फरिश्ते ,कुरान अरबी मे , नबी अरब के ,हज अरब मे और अरबी इबादती तरीको को मिलाकर अरबी साम्राज्यवाद को इस्लाम का नाम दे दिया !
्लाह) भी बनाया, जिसमे अल्लाह के साथ उसका भी नाम लिया जाये!

इस तरह मुहम्मद अपनी करतूतो को धर्म का जामा पहिना कर उसे जायज बना देता था, और अपनी बेतुकी बातों को अल्लाह का आदेश
बता देता था और लालची, अज्ञानी अरब उसे मान लेते
थे !
महाबलशाली हिन्दू -Intelligent Hindu

@amandeeo singh

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