शुक्रवार, मई 18, 2012

ज्ञान धर्म से बड़ा है,वेद ज्ञान से धर्म स्थापना करें


मुस्लिम और आर्यों में भेद और लड़ाई क्यों,
बहुत से आर्य इस बात का दावा करते है, की जो अरब देशो से मुस्लिम आये है वो सब हजारो साल पहले आर्य ही थे, इसके लिए कुछ शक्तिशाली प्रमाण भी वो लोग देते है,
आर्यों के पास वेद ज्ञान था, मै ही नहीं सब मानते है वेद ज्ञान ही मानव को जीने और परमात्मा जानने का सूत्र है, मेने पश्चिम सभ्यता के बहुत से फिलोसोफेर से बात की वेद ज्ञान के बारे में, जो लोग वेद को जानते थे उन्होंने बस यही कहा की वेद ही एक एसा ज्ञान है जिस से हम संतुस्ट हुए है,
फिर दोस्तों इस संसार में ऐसी क्या जरुरत थी की नये धर्म बन गये, जैसे इस्लाम और इसाई,
आर्यों की ही किताबो से पड़कर पता चला वेद का प्रचार कम हो गया था, और लोग जीना भूल गये थे, मांसाहार और विस्य्वासना में फंस रहे थे, फिर कुछ उस समय के जो धार्मिक लोग थे जैसे मोहोमद पैगम्बर लोगो को अपने ज्ञान के आधार पे चलाना चाहा, और एक नये धर्म की स्थापना की, इस्लाम धर्म की, लेकिन मोहोमद पैगम्बर को वेद का पूरा ज्ञान नहीं था, इसलिए धर्म स्थापना में उन्होंने कई त्रुटी कर दी, और इस्लाम धर्म के मोल्वियो ने उन्हें एक गलत रूप दे दिया, लोगो को जबरन मुस्लिम बनाया गया, भारत देश में भी,
जो लोग भारत में मुसलमान है उनमे से ज्यादातर औरंगजेब के शाशन से पहले हिन्दू ही थे,
तो फिर इन सब को वेद ज्ञान, से दोबारा वैदिक नहीं बनाया जा सकता है क्या? , माना कि कट्टरता, मतान्द, अज्ञान, या फिर अपूर्ण ज्ञान रस्ते के रूकावट है, लेकिन हमारे पास वेद है ना, अब आर्यों पे ये जिम्मेवारी है या तो वो वेद ज्ञान से धर्म स्थापना करें, या फिर मुसलमानों को मुर्ख समज कर वेद ज्ञान को कमजोर साबित करें
अगर वेद एक सम्पूर्ण ज्ञान है तो मुसलमान क्यों उसए मान ने के लिए तैयार नहीं, या फिर को सच्चा वेद ज्ञान देने वाला नहीं, मतलब कमी तो है, या तो मुसलमान लोग अपनी धर्म कि मतान्द्ता से ज्यादा जुड़े हुए है, या फिर कोई वेद ज्ञान का ठोस प्रचारक नहीं है,
अंत में मै यही कहूँगा ज्ञान ही सबसे बड़ा हथियार है, ज्ञान ही इस कट्टरता को खत्म कर सकता है, लेकिन कट्टरता यहाँ ज्ञान को खत्म कर रही है, इसलिए इस ज्ञान के हथियार को चलाने के लिए जिस ज्ञानी कि जरुरत है वो दुनिया में है ही नहीं है, लेकिन सायद आप आर्यों में कोई एसा हो
इसलिए बाबा रामदेव ने इसे ही कुछ विचार रखकर सभी धर्मो के दलितों के आरक्षण कि बात कही थी, बाबा को कुछ सम्भावना दिख रही है, आप लोग भी संभवना देखो, लेकिन सियासती ( पोलिटिक्स) आधार पे नहीं, ज्ञान के आधार पे, मै तो यही मानता हु कि ज्ञान धर्म से बड़ा है,
  
Virender Singh
August 10, 2011 

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