सोमवार, मई 07, 2012

हिन्दू अश्त्र-शस्त्र क्यूँ ना उठाये ?


इस लेख को पढने के बाद कोई मुझे ये बताये की हिन्दू अश्त्र-शस्त्र क्यूँ ना उठाये ? अगर तथाकथित बुद्धिजीवियों, सिकुलर और हिन्दू विरोधीयो की भाषा में कहू तो हिन्दू आतंकवादी/भगवा आतंकवादी क्यूँ ना बने ?

* रामायण एक काल्पनिक कहानी है - पंडित जवाहरलाल नेहरू और गवर्नर जनरल राजाजी
* रामायण और महाभारत मात्र कहानी है - तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री सी. राजगोपालाचारी
* राम मात्र एक काल्पनिक पात्र था - तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम करुणानिधि
* राम पियक्कड़ था - तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम करुणानिधि
* कौन था यह राम? किस इंजीनियरिंग कॉलेज से उन्होंने पढ़ाई की थी? और क्या इसका कोई प्रमाण है? - तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम करुणानिधि
* हिमालय और गंगा जितना बड़ा सत्य हैं , राम का चरित्र उतना ही झूठा है - तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम करुणानिधि
* भगवान राम इस देश मे पैदा ही नहीं हुए थे और रामायण काल्पनिक है , इस धरती पर राम का कभी कोई अस्तिव रहा ही नहीं है - कांग्रेस की केन्द्र सरकार का सुप्रीम कोर्ट मे हलफनामा
* भारत माता और देवी देवताओ के नग्न चित्र बनाये - दुष्ट एम् एफ हुसैन
* अमरनाथ यात्रा पाखंड है - अग्निवेश
* हिन्दुओं के आराध्य देवों ब्रह्मा, विष्णु, महेश का उपहास उड़ाया - भांड कुमार विश्वास
* शिव, कृष्ण और दुर्गादेवी का असभ्य और फूहड़ वर्णन किया गया - इग्नू के पाठ्यक्रम में
* भारत माता डायन है - आजम खान, समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री
* भारत माता डायन है - तस्लीमुद्दीन ओवैसी
* कृष्ण के अस्तित्व पर प्रश्न उठाये जाते है.
* मंदिरों में घंटी बजने पर रोक लगायी जाती है.
* केरल मे कोई रिक्शा चालक अपने वाहन पर श्री कृष्ण या जय हनुमान नहीं लिख सकता.
* "सरस्वती वन्दना" को साम्प्रदायिक कहा जाता है.
* "वन्दे मातरम" को सांप्रदायिक कहा जाता है.
* "भारत माता की जय" को सांप्रदायिक कहा जाता है.
* "जय श्री राम" के उदघोष को सांप्रदायिक कहा जाता है.
अब कोई भारत माता को फूहड़ गीत लिख कर अपमानित कर रहा है - दिबाकर बनर्जी

अब भी जिसका खून ना खौला, खून नहीं वो पानी है !!
जो अपनी मात्रभूमि, स्वाभिमान और गरिमा के लिए ना लड़ा..वो बेकार जवानी है !!

इसे पढने के बाद जो पीड़ा और क्रोध आपके मन में उत्पन्न हुआ होगा ऐसा ही मेरे साथ भी हुआ. मैं अपने अंतर्मन और दृदय में दबी वेदना और पीड़ा को इस अमूल्य गीत के माध्यम से व्यक्त करना चाहता हु ..............

उठो जवान देश की वसुंधरा पुकारती
देश है पुकारता पुकारती माँ भारती
रगों में तेरे बह रहा है खून राम श्याम का
जगदगुरु गोविंद और राजपूती शान का
तू चल पड़ा तो चल पड़ेगी साथ तेरे भारती
देश है पुकारता पुकारती माँ भारती ||
उठा खडग बढा कदम कदम कदम बढाए जा
कदम कदम पे दुश्मनो के धड़ से सर उड़ाए जा
उठेगा विश्व हांथ जोड़ करने तेरी आरती
देश है पुकारता पुकारती माँ भारती ||
तोड़कर ध्ररा को फोड़ आसमाँ की कालिमा
जगा दे सुप्रभात को फैला दे अपनी लालिमा
तेरी शुभ कीर्ति विश्व संकटों को तारती
देश है पुकारता पुकारती माँ भारती ||
है शत्रु दनदना रहा चहूँ दिशा में देश की
पता बता रही हमें किरण किरण दिनेश की
ओ चक्रवती विश्वविजयी मात्र-भू निहारती
देश है पुकारता पुकरती माँ भारती ||

|| जय भारत || || जय माँ भारती ||

1 टिप्पणी: