बुधवार, जनवरी 04, 2012

भारत की लगभग 95 % आबादी को तो शायद पता ही नहीं



सबसे बड़ा सच जो भारत की लगभग 95 % आबादी को तो शायद पता ही नहीं है की क्यों आज भी हमारे देश को अंग्रेज लूट रहे हैं हाँ थोडा फरक आया है 1947 से पहले तक प्रत्यक्ष(DIRECT) रूप से लूटते थे अब अप्रत्यक्ष (INDIRECT ) अंग्रेज हमें लूट रहे हैं वो चाहे विदेशी निवेश या विदेशी कम्पनियों द्वारा हो बस ये अंग्रेज सालों सालों से हमें लूट रहे हैं और हमारी लूट का सबसे बड़ा कारन है हमारे ही देश के कुछ तथाकथित अंग्रेजों के चाटुकार गद्दार जय चन्द के टाइप लोग ही हमारे देश को लुटवा रहे हैं !

आप सभी को जान कर अजीब लगेगा थोड़ी ख़ुशी और बहुत दुःख भी होगा की हमारे साथ कितना बड़ा धोखा हो रहा है ,

धोखा नंबर एक :- आज़ादी के 64 सालों बाद भी हमारे देश में भारत के लोगों तक मूल भूत सुविधा तक नहीं पहुंची है जैसे रोटी,कपडा,मकान,बिजली ,पानी ,सड़क आदि .

पर दुःख की बात ये है की हमारे ही पैसों से विदेशी फलते फूलते हैं और अपने देश की उन्नति करते हैं जैसे आज़ादी के लगभग 64 सालों से हमारे देश में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है पर कोई खास कठोर कानून नहीं है भ्रष्टाचारियों के खिलाफ , जीप घोटाले से लेकर 2 जी घोटाले तक लाखों करोड़ों रूपये हमारे भारत देश के लूटे गए और विदेशी टेक्स हेवन बेंकों में छुपा दिए गए उसमे से अधिकतम पैसा हमारे ही विकास में और हमारी मूल भूत सुविधाओं लगाया जाना था पर इन लुट्टेरों ने हमारे देश में विकास योजनाओ का पैसा भी घोटाले करके विदेशों में जमा कर दिया और हम आज तक भी गरीबी और दरिद्रता की जिंदगी जीने और तड़प तड़प कर मरने पर मजबूर हैं!

वर्तमान में ये पैसा जो हमारे देश से विदेशों में जमा कराया गया है लगभग 400 लाख करोड़ रूपये बताया जा रहा है अब आप ही सोचिये देश में इतनी बड़ी लूट हो गई पर अभी तक भारत सरकार ने भ्रष्टाचारियों और विदेशों में काला धन जमा करने वालों के खिलाफ कोई कड़ा कदम नहीं उठाया ??

इससे भी बड़ी खबर ये है की हमें लगातार विदेशी निवेश के नाम पर धोखा दिया जा रहा है , क्यों क्या जरुरत है विदेशी निवेश की जबकि हमारे देश में वो आज तक बहुत कम पूँजी लेकर आये हैं और उस पूजी का सेकड़ों गुना यहाँ से लूट कर ले गए हैं चाहे वो ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी या आज भारत में 5000 विदेशी लुटेरी कम्पनियाँ हों !

एक बहुत ख़ास बात और जान लें की आज भी हमारे देश भारत में 89 प्रकार की भुसम्पदाएं हैं जैसे - लोहा ,कोयला ,ताम्बा, सोना,चाँदी, हीरा , एल्युमिन्यम आदि धातुएं तथा गेस व पेट्रोल से लेकर बहुत से मिनरल्स हैं इन सबसे ज्ञात भण्डार (रिजर्वस ) का यदि आर्थिक मूल्यांकन किया जाए तो यह करीब 10 हज़ार लाख करोड़ रूपये लगभग होता है !

इसमें अकेला कोयला ही (केवल ज्ञात भण्डार) 276.81 बिलियन टन है ! जिसका मूल्य लगभग 950 लाख करोड़ है ! इसलिए तो आज कल कोयला घोटाले की बहुत सूचनाएं मिल रही हैं ,

तथा लोहे के ज्ञात भण्डार लगभग 15 .15 बिलियन टन है ! ऐसी ही अन्य बहुत सी बेशकीमती चीजें भारत माता के गर्भ में छिपी हैं ! यदि हमने इन बईमान भ्रष्ट मंत्रियों , अधिकारीयों (काले अंग्रेजों) से अपनी प्राकृतिक संपदाएं लुटने से नहीं बचाई तो ये सब कुछ विदेशी कम्पनियों को बेच देंगे या भ्रष्टाचार घोटाले कर के विदेशों में अपना काला धन इकठ्ठा करते रहेगें , और हम वहीं के वहीं कलपते बिलखते दरिद्रता की ज़िन्दगी जीते रहेंगे और ये भ्रष्टाचारी अत्याचारी ऐसे ही हमें लूटते रहेंगे ! दोस्तों हम गरीब नहीं हैं हमें गरीब बनाया जा रहा है !

कुछ आकडें हैं जो में आप के सामने रख रहा हूँ इसको देखते हुए दिल रो पड़ता है :-

देश और (विश्व ) के सबसे बड़े लोकतंत्र व सरकारों के लिए सबसे बड़ी शर्म व अपमान की बात -

01 - देश में एक घंटे में दो महिलाओं के साथ बलात्कार तीन महिलाओं की दहेज़ के लिए हत्या ( स्रोत - नेशनल क्राइम ब्यूरो ) के अनुसार जो रिपोर्टेड केस हैं )

02 - देश में पिछले 10 वर्षों में देश के अन्नदाता व भूमिपुत्र दो लाख किसानों द्वारा की गई आत्माहत्या. प्रतिवर्ष 20 हज़ार किसानों की आत्महत्या तथा प्रतिदिन 56 व प्रत्येक घण्टे में 02 किसान आत्महत्या कर रहे लेते हैं ! देश के लोकतंत्र पर इससे बड़ा कलंक कुछ और नहीं हो सकता ! ( स्रोत - नेशनल क्राइम ब्यूरो के अनुसार केवल रिपोर्टेड केस )

03 - देश में 84 करोड़ लोग मात्र 20 रूपये प्रतिदिन मात्र पर जीवन -यापन कर रहे हैं और ये 84 करोड़ लोग मूल भूत सुविधाओं से भी वांछित हैं ! (स्रोत - प्रोफ़ेसर - अर्जुनसेन गुप्त व भारत सरकार के आर्थिक सर्वेक्षणों की रिपोर्ट ) और हमारी सरकार कहती है की जो व्यक्ति शहर में अपने ऊपर 32 रूपये खर्च करता है और गाँव में अपने ऊपर 26 रूपये खर्च करता है वो गरीबी रेखा से ऊपर है मतलब की अमीरों की श्रेणी में है ! तो फिर हम पूछते हैं की फिर ये लोग जो मात्र 20 रूपये रोज़ कमाने इनका क्या होगा और ये कब तक इस हालत में रहेगें ?

04 - देश में प्रतिवर्ष 60 से 70 लाख लोग , प्रतिदिन 20 हज़ार लोग प्रत्येक घण्टे में 833 तथा प्रति मिनट 13 व्यक्ति भूख कुपोषण से मरते हैं !( स्रोत - ग्लोबल हंगर इण्डेक्स के अनुसार )

05 - देश की सम्पूर्ण आबादी में से 50 % प्रतिशत पूरी तरह अनपढ़ तथा 90 % प्रतिशत कम पढ़े लिखे !

06 - देश भ्रष्टाचार,बलात्कार ,गन्दगी , अशिक्षा , बेरोजगारी , तथा गरीबी (दरिद्रता) में दुनिया में सबसे ऊपर के स्थान (सर्वोपरि) स्थान पर होना बहुत ही शर्म व अपमान की बात है !

07 - देश में गलत नीतियों के चलते जहाँ एक और भारत में अमीर लोगों की संख्या निरन्तर बढ़ रही है और वहाँ विश्व के सबसे बड़े 10 धनवानों में से 04 धनवान भारत के हैं ! साथ ही भ्रष्टाचार के चलते हमारे देश के पैसे से आधी से ज्यादा दुनिया के देशों की अर्थ - व्यवस्था चल रही है ! हमारे देश के पैसे से दुनिया के 100 से अधिक देश एशो - आराम कर रहे हैं तथा हमारे देश के लोग गरीबी से भूखे मर रहे हैं और यही कारण है की ईद देश में आमिर प्रतिदिन - प्रतिपल अधिक आमिर हो रहे हैं तथा गरीब प्रतिदिन - प्रतिपल अधिक गरीब होते जा रहे हैं तथा बेबसी में जानवरों से भी ज्यादा बदतर जीवन जीने को मजबूर हैं !

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