बुधवार, नवंबर 10, 2021

वाल्मीकि समाज का 1857 की क्रान्ति एवं भारत देश की आजादी का गौरवशाली इतिहास

 वाल्मीकि समाज का 1857 की क्रान्ति एवं भारत देश की आजादी का गौरवशाली इतिहास ---

(1) श्री मातादीन वाल्मीकि 1857 सैनिक विद्रोह के महा नायक जिन्हें मंगल पांडे से पहले बैरकपुर में फांसी दी गई।

(2) श्री गंगु वाल्मीकि 1857-58 के क्राँन्तिकारी सोरो एटा के जिन्हें कानपुर में फाँसी दी गई।

(3) श्री राम चन्द्र वाल्मीकि

(4) श्री किशन वाल्मीकि 10 मार्च1919 को दिल्ली में फाँसी दी गई।

(5)श्री सालव वाल्मीकि।

(6)श्री सेहजा वाल्मीकि। दोनों को क्रान्तिकारी घोषित कर दिल्ली में फाँसी दी गई।

(7) श्री बुध्दा

( श्री हरि राम

(9) श्री सुरेन सिह मजहबी

(10) श्री पल्ला वाल्मीकि। चारों महापुरुष 13 अप्रैल1919 अम्रतसर जलियावाला बाग हत्या काण्ड में ब्रिटिश सेना की गोलीबारी में शहीद।

(11) श्री शेरू लाल वाल्मीकि गाजियाबाद 1857 में शहीद

(12) श्री राम स्वरूप वाल्मीकि बिजनौर 1857 में शहीद।

(13) श्री रुढा वाल्मीकि 21 जुलाई 1857 में शहीद।

(14)श्री बालू वाल्मीकि 1857 में शहीद।

(15) श्री सत्तादीन ( सत्तीवा) इलाहाबाद बहुआ गाँव 31 जुलाई 1857 को फाँसी।

(16) श्री भूरा वाल्मीकि 1857 दिल्ली चाँदनी चौक पर फाँसी।

(17) श्री गनेशी वाल्मीकि दिल्ली नि0 18 नवम्बर 1857 को फाँसी दी गई।

(18)श्री मातादिन वाल्मीकि गुडगाँव हरियाणा नि0 15 दिसम्बर 1857 को फाँसी दी गई।

(19) श्री मनोरा वाल्मीकि दिल्ली नि0 22 फरवरी 1857 को फाँसी दी गई।

(20) श्री हरदन वाल्मीकि नि0 गाँव सिसौली मुजफ्फरनगर 1857 में शहीद।

(21) श्री रामजस वाल्मीकि नि0 गाँव नगलिया मुजफ्फरनगर 1857 में शहीद।

(22) श्री बारु वाल्मीकि नि0 गाँव मुण्डभर कैराना मुजफ्फरनगर 1857 में शहीद।
(23) श्री जमादार रजवार वाल्मीकि 20 सितम्बर 1857 में शहीद।
(24) श्री हीरा डोम 22 फरवरी 1857 में फांसी।

(25) श्री महावीर वाल्मीकि 1857 गोरखपुर में शहीद।

(26) श्री भोला वाल्मीकि अहीर जमीरा जिला आरा 1942 में शहीद।
(27) श्री ननकाऊ वाल्मीकि

(28) श्री कन्हैया लाल बक्सी बाजार इलाहाबाद दोनों को चोरी चोरा काण्ड में 12 अगस्त 1942 -45 मैं कारावास।

(29) श्री नरसिह देव जोधपुर राज0 स्वतन्त्रता सेनानी।

(30) श्री राम जी सर्वटे स्वतंत्रता सेनानी

(31) श्री काशी राम वाल्मीकि

(32) श्री अमीर चन्द्र। सूरतगंज फतेहपुर , बाराबंकी भारत छोडो आन्दोलन में 1942 में कारावास।

(33) श्री मातादीन नेता जी नि0 रामपुरवा कानपुर 15 अक्टूबर 1940 में कारावास।

(34) श्री सदन लाल वाल्मीकि स्वतंत्रता सेनानी।

(35) श्रीनाथु राम वाल्मीकि टीकम गढ म0प्र0 स्वतन्त्रता सेनानी।

(36) श्री राम किशन वाल्मीकि दिल्ली।
(37) कल्लु दास वाल्मीकि काम्टी ,नागपुर महाराष्ट्र।

(38) श्री मा0 राम नारायण वाल्मीकि मोतीलाल जयपुर

(39) श्री अजब सिह वाल्मीकि।

(40) श्री शुगन चन्द्र वाल्मीकि मुजफ्फनगर।

(41)श्री उल्फत सिह वाल्मीकि स्वतंत्रता सेनानी नि 0 भरई , भिण्ड , म0प्र0

"1857 की क्रान्ति एव भारतत्र देश की आजादी में वाल्मीकि वीरागनाओं का योगदान"

(1) श्रीमती महावीरी देवी जिन्होंने साथी महिलाओं के साथ मिलकर वर्छी भालों से 18 अंग्रेज सैनिकों को मारकर शहीद हो गई।

(2) श्रीमती रणवीरी वाल्मीकि 10 मई 1857 मैं शहीद।

(3) श्रीमती कमला मोहन्ती उडीसा 1943 मैं कारावास

(4) श्रीमती लाजो देवी

नोट: "लाजो देवी" सफाई कर्मचारी ने मंगल पांडेय को मेरठ छावनी में कारतूस में चर्बी मिले होने के बारे मे बताया था। जिसके बाद 1857 की क्रांति की शुरुआत हुई @लाजो@ नाम से एक पुस्तिका भी रजनी तिलक जी ने लिखी..... लाजो पर पुस्तक लिखने वाली लेखिका रजनी तिलक अब इस दुनिया में नहीं है।
जय वाल्मीकि जय श्री राम
🙏🚩🚩

साभार 🙏

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