Upendra Vishwanath
भीष्म क्षत्रिये थे, तो उनके भाई वेद व्यास ब्राह्मण कैसे, इसे समझना है बहुत जरुरी !
इस्लामिक हमलावरों, फिर अंग्रेजो और फिर अब सेकुलरों और वामपंथियों ने मिलकर हिन्दू समाज और भारत को बर्बाद किया है, इन लोगों ने हिन्दुओ में जातिवाद भरा है, और ये बड़े षड्यंत्र के तहत भरा गया है ताकि हिन्दू समाज रहे ही न, जातियों में बंटकर हमेशा कमजोर बना रहे
अब हिन्दू एकजुट रहेगा तो हिन्दू ही जीतेगा, पर हिन्दुओ को जातियों में तोडा जायेगा तभी तो दुश्मनो के लिए रास्ता खुलेगा, स्कोप बनेगा, उदाहरण के तौर पर गुजरात, हिन्दू एकजुट रहे तो कांग्रेस का कोई स्कोप नहीं, जहाँ हिन्दू टुटा वहीँ कांग्रेस का स्कोप शुरू
अब हम आपको इतिहास के कुछ उदाहरण देते है जिसपर आप गौर कीजिये, दशरथ और विश्वामित्र भाई लगते थे, जी हां, विश्वामित्र भी एक राजा ही थे, आधी उम्र वो क्षत्रिय ही थे, पर आज हम विश्वामित्र को ब्राह्मण कहते है, वो ऋषि हो गए, कैसे ? भला कोई क्षत्रिये बाद में ब्राह्मण कैसे हो सकता है
अब दूसरा उदाहरण देखिये, वेद व्यास जिन्होंने महाभारत श्री गणेश के हाथों से लिखवाई, वो ब्राह्मण है, पर उनके भाई भीष्म क्षत्रिय, जी हां वेद व्यास और भीष्म जिनका असली नाम देवव्रत था, वो दोनों ही भाई थे, पर एक भाई ब्राह्मण और दूसरा क्षत्रिये, ऐसा कैसे ?
और उदारहण लीजिये, एकलव्य आदिवासी बालक था, पर आगे चलकर सेनापति बना, और क्षत्रिये कहलाया, कर्ण शूद्र के घर में बड़े हुए, पर आगे चलकर राजा बने और वो भी क्षत्रिये कहलाये, भैया ये सब इसलिए क्यूंकि जाति व्यवस्था कर्म के आधार पर बनाई गयी थी, हमारे पूर्वजो ने कर्म के आधार पर ये व्यवस्था बनाई थी , पर समाज द्रोहियों ने जाति को धर्म के आधार पर घोषित कर दिया
हनुमान और भीम दोनों पवन पुत्र होने के नाते भाई थे बेशक काल अलग रहा हो l
विश्वामित्र क्षत्रिये तबतक थे जबतक वो क्षत्रिये कर्म करते थे, जब उन्होंने पूजा पाठ शुरू कर दिया, लोगों को शिक्षा देना शुरू कर दिया तो वो ब्राह्मण हो गए, और आज हम विश्वामित्र को ब्राह्मण ही कहते है, उन्होने अपना काम, अपना कर्म बदला और उनकी जाति भी बदल गयी, जाति कर्म के आधार पर होती है जन्म के आधार पर नहीं, इसलिए समाज को जाति का भेद छोड़ कर एकजुट रहना चाहिए, ताकि समाज ताकतवर बना रहे
भीष्म क्षत्रिये थे, तो उनके भाई वेद व्यास ब्राह्मण कैसे, इसे समझना है बहुत जरुरी !
इस्लामिक हमलावरों, फिर अंग्रेजो और फिर अब सेकुलरों और वामपंथियों ने मिलकर हिन्दू समाज और भारत को बर्बाद किया है, इन लोगों ने हिन्दुओ में जातिवाद भरा है, और ये बड़े षड्यंत्र के तहत भरा गया है ताकि हिन्दू समाज रहे ही न, जातियों में बंटकर हमेशा कमजोर बना रहे
अब हिन्दू एकजुट रहेगा तो हिन्दू ही जीतेगा, पर हिन्दुओ को जातियों में तोडा जायेगा तभी तो दुश्मनो के लिए रास्ता खुलेगा, स्कोप बनेगा, उदाहरण के तौर पर गुजरात, हिन्दू एकजुट रहे तो कांग्रेस का कोई स्कोप नहीं, जहाँ हिन्दू टुटा वहीँ कांग्रेस का स्कोप शुरू
अब हम आपको इतिहास के कुछ उदाहरण देते है जिसपर आप गौर कीजिये, दशरथ और विश्वामित्र भाई लगते थे, जी हां, विश्वामित्र भी एक राजा ही थे, आधी उम्र वो क्षत्रिय ही थे, पर आज हम विश्वामित्र को ब्राह्मण कहते है, वो ऋषि हो गए, कैसे ? भला कोई क्षत्रिये बाद में ब्राह्मण कैसे हो सकता है
अब दूसरा उदाहरण देखिये, वेद व्यास जिन्होंने महाभारत श्री गणेश के हाथों से लिखवाई, वो ब्राह्मण है, पर उनके भाई भीष्म क्षत्रिय, जी हां वेद व्यास और भीष्म जिनका असली नाम देवव्रत था, वो दोनों ही भाई थे, पर एक भाई ब्राह्मण और दूसरा क्षत्रिये, ऐसा कैसे ?
और उदारहण लीजिये, एकलव्य आदिवासी बालक था, पर आगे चलकर सेनापति बना, और क्षत्रिये कहलाया, कर्ण शूद्र के घर में बड़े हुए, पर आगे चलकर राजा बने और वो भी क्षत्रिये कहलाये, भैया ये सब इसलिए क्यूंकि जाति व्यवस्था कर्म के आधार पर बनाई गयी थी, हमारे पूर्वजो ने कर्म के आधार पर ये व्यवस्था बनाई थी , पर समाज द्रोहियों ने जाति को धर्म के आधार पर घोषित कर दिया
हनुमान और भीम दोनों पवन पुत्र होने के नाते भाई थे बेशक काल अलग रहा हो l
विश्वामित्र क्षत्रिये तबतक थे जबतक वो क्षत्रिये कर्म करते थे, जब उन्होंने पूजा पाठ शुरू कर दिया, लोगों को शिक्षा देना शुरू कर दिया तो वो ब्राह्मण हो गए, और आज हम विश्वामित्र को ब्राह्मण ही कहते है, उन्होने अपना काम, अपना कर्म बदला और उनकी जाति भी बदल गयी, जाति कर्म के आधार पर होती है जन्म के आधार पर नहीं, इसलिए समाज को जाति का भेद छोड़ कर एकजुट रहना चाहिए, ताकि समाज ताकतवर बना रहे
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