सोमवार, जुलाई 13, 2015

प्रश्नोत्तरी ( लव जिहाद विषय )

प्रश्नोत्तरी ( लव जिहाद विषय ) :-
(1) प्रश्न :- लव जिहाद किसे कहते हैं ?
उत्तर :- जब कोई मुसलमान पुरुष किसी गैर
मुसलमान युवती को बहला फुसला कर उसके
शील को भंग करके उससे शादी करके
उसको ईस्लाम में दीक्षित कर लेता है ।
इसी को लव जिहाद कहा जाता है ।
(2) प्रश्न :- लव जिहाद
क्यों किया जाता है ?
उत्तर :- ताकि गैर
मुसलमानों का शीघ्रता से ईस्लामीकरण
हो । क्योंकिं जैसे
किसी भी जाती को समाप्त
करना हो तो उनकी स्त्रीयों को दूषित
किया जाता है । जिससे कि वो अपने समाज
में आत्म सम्मान खो दें और दूसरे समाज में
जाने को बाध्य हो सकें । जिससे
कि मुसलमान उस
लड़की की सम्पत्ति का मालिक बने और उस
लड़की के घर वाले सिर उठा कर नहीं जी सकें।
लव जिहाद का मुख्य उद्देश्य है अल
तकियाह, ( गज़्वा ए हिन्द ) यानी कि भारत
का ईस्लामीकरण ।
(3) प्रश्न :- लव जिहाद से ईस्लामीकरण
कैसे
होता है ?
उत्तर :- क्योंकि लव जिहाद की शिकार
युवती को उसका हिन्दू समाज अपनाने
को तैय्यार नहीं होता है । और जिसके कारण
उसके पास और कोई मार्ग शेष
नहीं रहता तो वह मुसलमानी नर्क में जीने
को विवष हो जाती है । तो इसी प्रकार जो उस
लड़की के बच्चे होते हैं वो भी मुसलमान
ही होते हैं । तो ऐसे
मुसलमानों की संख्या वृद्धि होने से
राष्ट्र शीघ्रता से ईस्लामीकरण की ओर
बढ़ता है ।
(4) प्रश्न :- लव जिहाद की शिकार
युवतियों की स्थिती कैसी होती है ?
उत्तर :- लव जिहाद की शिकार
युवतियों की स्थिती नर्क से बदतर होती है ।
जैसा कि कई लड़कियों के मुसलमानों के
साथ विवाह के बाद वो तलाक दे दी जाती हैं
। और बाद में उनकों वैश्यावृत्ति के धंधे
में धकेल दिया जाता है । या फिर उनको भारत
की यात्रा पर आये अरब के शेखों को बेच
दिया जाता है । जो उनको अपने साथ अरब
देशों में ले जाते हैं । वहाँ उनको 'नमकीन
बेगम' के नाम से सम्बोधित किया जाता है,
उन्हें गुलाम बनाकर इनके साथ शोषण
किया जाता है । कई बार उनको नेपाल के
माध्यम से पाकिस्तान भेजा जाता है ,
या फिर असम, त्रिपुरा या बंगाल से
उनको बांग्लादेश भेजा जाता है ( बंगाल
की कांग्रेस सांसद रूमी नाथ
इसकी ताज़ा उदाहरण है जिसे एक जिहादी ने
फेसबुक के ज़रिये शिकार बनाया और
बंग्लादेश भेज दिया ) । ऐसी कई और उदाहरण
हैं ।
(5) प्रश्न :- राष्ट्र के ईस्लामीकरण होने से
क्या हानी होगी ?
उत्तर :- किसी भी राष्ट्र का ईस्लामीकरण
होने से वहाँ कुरान का शरिया कानून लागू
होता है, लोकतन्त्र समाप्त हो जाता है और
विचारों को रखने की स्वतन्त्रता समाप्त
हो जाती है । देश ईस्लाम की अत्यन्त
संकुचित और नीच विचारधारा में
जकड़ा जाता है । जिसमें
स्त्रीयों का शोषण होता है ।
उनको पुरुषों की खेती समझा जाता है ।
जहाँ स्त्रीयों का सम्मान नहीं वहाँ पुरुष
निर्दयी हो जाते हैं । पुरुषों के
निर्दयी होने से समाज में भारी क्षोभ और
वासनामय वातावरण होता है ।
जहाँ सत्ता ईसलाम के हाथ है वो देश एक
बूचड़खाना होता है, जिसमें
मानवों की कटती हुई लाशें, पशुओं
की कटती हुई लाशें दिखाई देती हैं ।
स्त्रीयों को उनके अधिकारों से वंचित
रखा जाता है । मुसलमान पुरुष जब चाहे उसे
तीन बार "तलाक तलाक तलाक" कह कर
उससे
पीछा छुड़ा लेता है । खून के रिश्तों में
या सगे रिश्तों में ही शादियाँ होने से
नये जन्मे बच्चों का मान्सिक विकास
नहीं होता है । और उस ईस्लामी देश में गैर
मुसलमानों को अपने अपने धार्मिक कार्य
करने की आज़ादी नहीं होती ।
उनकी स्त्रीयों को बंदूकों या तलवारों की
नोक पर उठा लिया जाता है
( जैसा कि पैगम्बर मुहम्मद
किया करता था यहूदी या ईसाई औरतों के
साथ ) । उनके धार्मिक उत्सवों पर हमले
किये
जाते हैं , ( जैसे कि मुस्लिम बाहुल्य
काशमीर में अमरनाथ यात्रियों के साथ
होता है ) । स्त्रीयों की आँखें नोच
ली जाची हैं । िकसी स्त्री के साथ कोई
पुरुष जब बलात्कार करता है तो दंड पुरुष
को नहीं स्त्री को ही दिया जाता है ।
स्त्रीयों को ज़मीन में आधा गाड़ कर उन पर
संगसार ( पत्थरों की बारिश ) किया जाता है
। चारों ओर मस्जिदों से
मौलवीयों की मनहूस आज़ानें सुनाई
देती हैं, ज़रा ज़रा सी बातों पर
मुसलमानी मौहल्लों में लड़ाईयाँ और खून
खराबा होता है, सड़कों पर लोगों के रास्ते
रोक कर नमाजें पढ़ी जाती हैं ।
तो ऐसी अनेकों हानियाँ मानव समाज
को उठानी पड़ती हैं । जो की देश के
ईसलामीकरण का परिणाम है ।
(6) प्रश्न :- भारत में लव जिहाद संचालित
कैसे होता है ?
उत्तर :- इसको संचालित करने के लिये
पाकिस्तान, या अरब देशों से इनको वहाँ के
शेखों द्वारा भारी पैसा आता है
जो कि तेल के कुओं के मालिक होते हैं । ये
पैसा उनको All India Muslim
Scholarship Fund
के रूप में दिया जाता है । प्रती माह इन
मुस्लिम गुंडों को तैयार किया जाता है
और हिन्दू लड़कियों को फंसाने के लिये
इनको ₹ 8000 से ₹10000 मासिक वेतन
दिया जाता है । तो मस्जिदों में
किसी मुहल्ले के
सभी मुसलमानों की मीटिंग रखी जाती है ।
जिसमें भाग लेने वाले अमीर से लेकर गरीब
तबके के लोग आते हैं, जिसमें रेड़ीवाला,
शॉल बेचने वाले कशमीरी पठान, घरों में काम
करने वाले, नाई, चमार आदि । इनको हिन्दू
या सिक्ख ईलाकों में घूम घूम कर ये
पता लगाने को कहा जाता है कि किस घर
की लड़की जवान हो गई है । तो शाल बेचने
वाले पठान ये नज़र रखते हैं । और फिर ये
लड़कियों की लिस्ट बनाई जाती है और
जिहादी गुंडे जो कि दिखने में हट्टे कट्टे
हों उनको तैयार किया जाता है, मोटर
साईकलें खरीद कर दी जाती हैं ।
जिनको मस्जिदों में रखा जाता है । तो ये
युवक अपनी कलाईयों पर मौलीयाँ बाँध कर
निकल अपने नाम बदल कर हिन्दू नाम रख
लेते
हैं और इन लड़कियों के पीछे पड़ जाते हैं ।
और अगर कोई लड़की दो सप्ताह के भीतर
नहीं फंसती तो फिर ये उसे छोड़ कर लिस्ट
की दूसरी लड़की पर अपने जिहाद
को आज़माने
के लिये निकल पड़ते हैं । तो ऐसे ही पूरे
मोहल्ले में से कोई न कोई लड़की लव जिहाद
का शिकार हो ही जाती है ।
दूसरा तरीका ये है कि social networking
sites
जैसे कि faceook आदि पर ये लोग नकली Id
या फिर अपनी असली Id से ही हिन्दू
लड़कियों को request भेजते हैं । और जैसे
कि इनकी training होती है वैसे ही ये लोग
इन
लड़कियों को फाँसने के लिये तरह तरह के
message भेजते हैं । और वे लड़कियाँ इनके
मोह जाल कसं फँसकर अपना सब कुछ
गंवा देती हैं ।
(7) प्रश्न :- क्या इसके सिवा और भी तरीके
हैं लव जिहाद करने के या यही हैं ?
उत्तर :- बहुत से हैं सभी के बारे में जान
पाना तो बेहद कठिन है पर कुछ और बताते हैं
। ये मुस्लिम जिहादी गुंडे
स्कूलों कालेजों के चक्कर लगाते रहते हैं
। और लड़कियों के पीछे पड़ जाते हैं ।
या फिर स्कूलों में पढ़ने वाले मुस्लिम
युवक अपनी मुस्लिम
सहेलीयों की सहायता से उनकी हिन्दू
सहेलियों से दोस्ती करते हैं और धीरे धीरे
अपनी कारवाईयाँ शुरू कर देते हैं । या फिर
कालेजों और स्कूलों के आगे मोबाईल
की दुकानें मुसलमानों के
द्वारा खोली जाती हैं । जिसमें जब हिन्दू,
बौद्ध या जैन आदि लड़कियाँ फोन रिचार्ज
करवाने जाती हैं, तो उनके नम्बरों को ये
गलत इस्तेमाल करके आगे
जिहादीयों को बाँट देते हैं । जिससे कि वे
लोग गंदे गंदे अश्लील मैसेज भेजते हैं ।
पहले तो ये लड़तियाँ उसकी उपेक्षा करती हैं
पर लगातार आने वाले मैसेजों को वे
ज्यादा समय तक टाल नहीं पातीं । जिससे
कि वो कामुक बातों में फँस कर
अपना आपा खो देती हैं और अपना सर्वस्व
जिहादीयों को सौंप देती हैं । और ये सब
यूँ ही नहीं होता है । इन जिहादियों को ये
सब करने की training दी जाती है कि किस
प्रकार से लड़की कि मानसिक्ता को समझ
कर
उसे कैसे फाँसना है । तो ऐसे ही छोटे
मोटो और भी तरीके हैं, परन्तु मुख्य
यही हैं ।
(8) प्रश्न :- ये लव जिहाद की कुछ उदाहरणें
दीजीये ।
उत्तर :- बड़ी बड़ी उदाहरणें आपके सम्मुख
हैं :- Bollywood मायानगरी में मुसलमान
अभिनेताओं की केवल हिन्दू
पत्नियाँ ही क्यों होती हैं ? शाहरुख खान,
आमीर खान, फरदीन खान, सुहैल खान,
अरबाज़
खान, सैफ अली खान, साजिद खान
आदि कितने
ही नाम हैं जिनकी शादियाँ हिन्दू
लड़कियों से ही हुई हैं । इनमें से
किसी को भी मुसलमान
लड़कियाँ क्यों नहीं पसंद आईं ? आमिर खान,
और सैफ अली खान की शादी तो एक
की बजाये
दो दो हिन्दू लड़कियों से हुई । और
इन्हीं को आदर्श मान कर हिन्दू
लड़कियाँ मुसलमानों के चंगुल में फँस कर
अपनी अस्मिता खो देती हैं । एक फिलम आई
थी जिसमें अभिषेक बच्चन का नाम आफताब
होता है और वो अजय देवगण की बहन
का किरदार निभा रही प्राची देसाई से प्रेम
करता है । तो अजय देवगण उसे रोकता है
तो वो नीच लड़की सैफ और शाहरुख
आदि का उदाहरण देती है और
उनको अपना आदर्श स्विकार करती है । तो ये
देख कर हिन्दू लड़कियों के मनों पर
क्या प्रभाव पड़ता है ज़रा सोचिये । तो ऐसे
ही इन लड़कियों को परिणाम की पर्वाह
नहीं होती और इनको हर जिहादी सलमान
या शाहरूख ही दिखता है । और अपना जीवन
बर्बाद कर देती हैं ।
(9) प्रश्न :- ये सब करके इन
मुसलमानों को मिलता क्या है ?
उत्तर :- इनको ये सब करने के लिये मासिक
वेतन और भारी ईनाम मिलता है । दूसरा कारण
है मज़हबी जुनून क्योंकि ईस्लाम
की शिक्षा ही नफरत और कत्ल की बुनियाद
पर
टिकी है और मस्जिद के मौल्वीयों के
द्वारा झूठी मुहम्मदी जन्नत का लालच
दिया जाना । वो कहते हैं कि अगर कम से कम
एक हिन्दू लड़की से शादी करो और बदले में
सातवें आस्मान की जन्नत पाओ । तो चाहे
वो जिहाद काफिरों की खेती को समाप्त
करने का ही क्यों न हो इनके अरबी अल्लाह
ने इनके लिये जन्नत तैय्यार रखी है ।
जिसमें फिर एक एक मुसलमान 72 पाक साफ
औरतों का आनंद लेता है ।
ईस्लाम में वैसे बहुत प्रकार के जिहाद हैं
पर सबसे मुख्य दो प्रकार के जिहाद हैं :-
जिहाद ए अकबर ( बड़ा जिहाद )
जिहाद ए असगर ( छोटा जिहाद )
ये लव जिहाद जो है, वो जिहाद ए अकबर
का ही एक बड़ा स्वरूप है ।
(10) प्रश्न :- ये लव जिहादीयों को हिन्दू
लड़की से शादी करने या नापाक करने
का क्या ईनाम मिलता है ?
उत्तर :- ये निम्न लिखित ईनाम गैर
मुसलमान
लड़कियों को फँसाने के लिये घोषित
किया है :-
सिक्ख लड़की = 9 लाख
पंजाबी हिन्दू लड़की = 8 लाख
हिन्दू ब्राह्मण लड़की = 7 लाख
हिन्दू क्षत्रीय लड़की = 6 लाख
हिन्दू वैश लड़की = 5 लाख
हिन्दू दलित लड़की = 2 लाख
हिन्दू जैन लड़की = 4 लाख
बौद्ध लड़की = 4.2 लाख
ईसाई कैथोलिक लड़की = 3.5 लाख
ईसाई प्रोटैस्टैंट लड़की = 3.2 लाख
शिया मुसलमान लड़की= 4 लाख
ईनाम इनसे थोड़ा कम या अधिक हो सकता है
पर
ज्यादा भेद नहीं है ।
(11) प्रश्न :- ये लव जिहाद के ईनाम
की घोषणा और संचालन कहाँ से होता है ?
उत्तर :- केरल का मालाबार ही इसका मुख्य
संचालन स्थान है । परन्तु अब उसकी शाखायें
पूरे भारत में फैल गई हैं । क्योंकि केरल में
ही लव जिहाद के 5000 से अधिक मामले
कोर्ट
के सामने आये हैं । तो पूरे भारत में कितने
ही ऐसे मामले होंगे ?
अगर आप हिन्दू हो तो इसको जरुर पढे एवं हर हिन्दू तक पहुचाने की कोशिश करो ।

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