गुरुवार, दिसंबर 06, 2018

वामपंथ का गढ़ा हुआ महान



 आपको बॉक्सिग में तनिक भी दिलचस्पी न हो तब भी आप मोहम्मद अली के नाम से परिचित होंगे ! जिन्हे महानतम मुक्केबाज़ के रूप में दुनिया भर में प्रचारित किया गया और तो और वह स्वयं भी अपने आप को महानतम ही मानते रहे थे ! अस्सी के दशक में तब कोर्स में हमें एक सहायक वाचन किताब होती थी जिसमे एक चैप्टर मोहम्मद अली का भी रहता था !
इसमें कोई शक नहीं की मोहम्मद अली बेहतरीन बॉक्सर रहे हैं ! लेकिन उन्हें महानतम बना कैसे थोपा गया अगर इसको थोड़ा समझा जाए तो महसूस हो जाएगा की वामपंथ की प्रचार ताकत क्या हैं ?
कैशियस क्ले 1964 में वर्ल्ड चैम्पियन बने थे ! 25 फरवरी 65 को उन्होंने इस्लाम धर्म स्वीकार लिया! और नया नाम भी क्या चुन कर रखा, मोहम्मद अली ! यानि शिया और सुन्नी दोनों को बैलेंस करते हुए ! उनके मुताबिक उनसे अश्वेत होने के कारण एक होटल में दुर्व्यवहार किया गया जिससे आहत हो कर उन्होंने अपना मैडल नदी में फेंक दिया और इस्लाम धर्म अपना लिया ! यहाँ यह बात समझ से परे हैं की विश्व चैम्पियन होने के बाद वह संपन्न सेलिब्रेटी बन चुके थे और लोग उन्हें जानने पहचानने लगे थे फिर उनसे कैसे कोई रंगभेद कर सकता था ?
65 में उन्होंने विएतनाम युध्द में अनिवार्य सेना भर्ती के लिए इंकार कर दिया और इसका कारण अपनी धार्मिक मज़बूरी बताया ! और तो और उन्होंने अपनी ही सरकार पर युध्द के लिए ऊँगली उठा कर आलोचना भी शुरू कर दी 
वास्तव में वह देश के बजाये धन दौलत शोहरत को बनाये रखना चाहता था ! कल्पना कीजिये भारत पाकिस्तान युध्द में कोई भारतीय ऐसा करे तो आपको कैसा महसूस होंगे ? जिस वजह से इनसे मैडल छीन कर गिरफ्तार कर लिया था !
चार साल वह रिंग से बाहर रहे! 71 में सर्वोच्च न्यायलय से इन्हे राहत मिली ! लेकिन तब तक यह वामपंथी मीडिया और युवाओ में अपनी जगह बना चुके थे ! पूंजीवादी अमेरिका की आलोचना कर वह वामपंथी देशो की मीडिया का हीरो बन चूका था ! तिस पर उसका अश्वेत होना और मुस्लिम बनना उसे धारदार हथियार बना देता था !
इसी तरह इन्हे एक बार धोखा धड़ी के आरोप में 5 साल और दस हजार डॉलर की सजा भी सुनाई जा चुकी हैं जिसे बाद में महज दस दिन की सजा में तब्दील कर दिया गया था !
एक अच्छे सच्चे मुस्लिम की तरह उसके 4 निकाह से 9 बच्चे हुए थे !
इस मीडिया पोषित महानतम बड़बोले बॉक्सर को अपने कैरियर में 56 जीत के लिए 5 बार हारना भी पड़ा था ! लेकिन उस दौर में एक अन्य अमेरिकी बॉक्सर रॉकी मर्सियानो जिसका बेहतरीन रिकार्ड 49-0 था और जिसक नॉक आउट एवरेज 87 के आसपास हैं उसे वाम मीडिया ने कभी वह स्थान नहीं दिया जो उसका प्रदर्शन कहता था !
और इसकी वजह जानते हो ? क्योकि रॉकी श्वेत था उसने विएतनाम युध्द में अमेरिकी सेना ज्वाइन की थी और वह धार्मिक राष्ट्रवादी था !
एक तथ्य छूट गया 
की एक और मशहूर बॉक्सर माइक टाइसन का जब बुरा समय शुरू हुआ और उस पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए तब इसी मोहम्मद अली ने उसे प्रेरित कर इस्लाम धर्म अपनाने के लिए राजी किया था !

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