गुरुवार, नवंबर 03, 2011

प्रज्ञा ठाकुर एक देवी है !

प्रज्ञा ठाकुर एक देवी है !


दू धर्म में २४ अवतारों का उल्लेख है। जिसमे एक अवतार वराह का है.जिसका साधारण भाषा में अर्थ सुवर है.हमारा मानना है की धर्म और भक्तों की रक्षा के लिए भगवान् किसी भी रूप में अवतरित हो सकते हैं .चाहे उन्हें सुवर का रूप ही धारण करना पड़े.वह अपने भक्तों की पुकार सुन कर उनकी रक्षा के लिए किसी को भी भेज सकते हैं .जब भक्त चारों तरफ़ से निराश हो जाता है तो वह भगवान् को पुकारता है ,और भगवान् उसकी रक्षा करके पापियों का नाश करते हैं।

ऐसाही साध्वी प्रज्ञा के साथ हुआ .सोनिया सरकार की योजना के अनुसार ,ऐ टी एस ने १० अक्तूबर ०८ को सूरत से चुपचाप उठा लिया और महाराष्ट्र में गुप्त रूप से कैद रखा .इस गैर कानूनी हिरासत मैं २३अक्तुबर ०८ तक ऐ टी एस ने प्रज्ञा पर जो जो अत्याचार किए उसको देख कर हिटलर भी काँप जाएगा।

जब १७ नवम्बर०८ को देश के सभी अखबारों में प्रज्ञा का हलफनामा प्रकाशित हुआ ,तो अत्याचारी पापी करकरे ने साध्वी के साथ जो वर्ताव किया था उसके बारे में लोगों को पता चला.इस पापी ने इंसानियत की सभी हदें तोड़ दी।

हलफनामे के मुताबिक ऐ टी एस ने सादवी को बेल्टों से पीटा ,गालियाँ दी .उसे सवेरे चार बजे से जगाकर लगातार मारा गया.जिस से वह बेहोश तक हो जाती थी .उसको मजबूर किया गया की वह जैसा ऐ टी एस चाहती है वैसा बयान दे दे.रात को उसे अश्लील विडियो दिखाए गए.उसको धमकी दी गई की उसके साथ बलात्कार किया जाएगा यदि वह अपराध काबुल नही करती .यह सब बातें लोगों को पता हैं ।

दुखी होकर प्रज्ञा ने पाहिले तो महिला आयोग को पत्र लिखा था ,जिसकी अध्यक्ष गिरिजा व्यास हैं। उसको लगा की एक महिला होने के नाते वह इस पर जरुर कुछ करेगी ,लेकिन यह उसकी भूल थी .आकिर गिरजा भी तो एक कांग्रेसी है भला वह एक हिंदू साध्वी की सहायता करके सोनिया को नाराज़ कैसे करती? और काफी दिनों के बाद एक बयान दे दिया की प्रज्ञा पर कोई ज्यादती नहीं की गई

गिरजा व्यास नाम की हिंदू है वह सोनिया की चप्पल चाटने वाली औरत है। उस से न्याय की आशा बेकार है

जब १३ दिसम्बर ०६ को राहुल गांधी ने अपने ७ साथियों से मिलकर एक सुकन्या नामकी लड़की से सामूहिक बलात्कार किया था ,और वह लड़की अपनी माँ के साथ फरियाद लेकर गिरजा व्यास के पास गई थी ,तो तब भी इस ह्रदय हीन औरत ने ऐसा ही जवाब दिया था की तुम झूठ बोल रही हो ,तुम माँ बेटी वेश्या हो राहुल ने कोई बलात्कार नही किया ।

जिस तरह कौरवों की सभा में द्रौपदी ने कृष्ण को पुकारा था ,उसी तरह प्रज्ञा ने अपनी रक्षा के लिए इश्वर को पुकारा , और इश्वर ने उसकी विनती सुन कर कसाब को करकरे की मौत बनाकर भेज दिया।

प्रज्ञा ने अपने हलफनामे मेंकहा था की एक मूंछों वाले व्यक्ति ने सब से ज्यादा मुझ पर अत्याचार किए हैं जिसका मैं नाम नहीं जानती .सब को पता है की यह आदमी और कोई नही बल्कि करकरे ही था। '

आख़िर ईश्वर ने प्रज्ञा की विनती सुनी .दिनांक २६ नव २००८ को अत्याचारी पापी करकरे अपने दो साथिओं के साथ नर्क लोक सिधार गया .उसकी चतुराई धरी की धरी रह गई .उसे एक गोली भी चलानेका मौका नही मिला । पापियों का अंत ऐसा ही होता है

इस से सिद्ध होता है की प्रज्ञा एक देवी है जीवित देवी .सभी हिन्दुओं की पूज्यनीय .हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं की वह शीघ्र ही अपने सभी साथियों के साथ निर्दोष सिद्ध होकर निकलें

यह सभी धर्मवीर हमारे वन्दनीय हैं

जय भारत

प्रस्तुतकर्ता बी एन शर्मा

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