ईस्कान मंदिरों एवं इनके अन्य उपक्रमो की भारत में लूट का प्रमाण - कृपया ईस्कान का पूर्ण रूप से बहिष्कार करें
देखो सिर्फ उज्जैन के ईस्कान मंदिर से 2007-08 में 3 करोड़ 4 लाख 64 हज़ार 866 रुपये और 2008-09 में 6 करोड़ 40 लाख 21 हज़ार 600 रुपये लूट कर ले गए यह झूटे विदेशी तथाकथित कृष्ण भक्त और 2009-10 में कम से कम 12 करोड़ रुपये ले जाएंगे यह लोग| यह पैसा वो है जिसे इन्होने ऑडिट करवाया है, काले पैसे की तो अभी बात ही शुरू नहीं की है| उज्जैन में जिस ज़मीन पर यह मंदिर बना है वो ज़मीन भी इन्होने 4-5 गुना सस्ती कीमत पर उज्जैन विकास प्राधिकरण से उसके अधिकारियों और नेताओ की मदद से खरीदी है और उस पर होटल और अन्य कमाई के नए नए साधन खड़े हो रहे है| इनके ईस्कान फूड रिलीफ़ की वजह से जो गरीब लोग उज्जैन एवं आस-पास के क्षेत्र में विभिन्न संस्थाओ के लिए खाना बना कर देते थे उनका पूरा रोजगार खत्म कर दिया है, सरकारी स्कूलों में सिर्फ इनका बनाया हुआ खाना जाता है अब जिसमे सरकारी कर्मचारी खूब पैसा खा रहे है| इनकी लूट बंद करने का एक ही तरीका है ईस्कान का पूर्ण रूप से बहिष्कार| भगवान के नाम पर भारत पर विदेशियों का हमला है यह ईस्कान| इसे सुन कर हसें नहीं लेकिन आज हमें ज़रूरत है की आराधना के लिए मंदिर भी सिर्फ स्वदेशी हो हमारे देश में श्री कृष्ण भगवान के मंदिरों की कोई कमी नहीं है जहां का पैसा सेवा कार्यों में ही लगता है और उज्जैन तो प्रसिद्ध है हर 5-7 घर छोड़ कर मंदिरों के लिए, यहाँ तो मंदिरों की कोई कमी नहीं है जहां देखो वहाँ भगवान है इसलिए कृपया अपनी आँखें खोलें और अपने देश को बचाइए|
अश्विनी कुमार सोनी
भारत स्वाभिमान आंदोलन
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